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GST पर ग्राउंड रिपोर्ट: कई जगह सिस्टम अपडेट नहीं, पुराने रेट से ही टैक्स ले रहे हैं दुकानदार

इलाहाबाद में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जीएसटी के विरोध में ट्रेन रोक दी. बैनर-पोस्टर लिए समाजवादी कार्यकर्ताओं ने इलाहाबाद से लखनऊ जाने वाली गंगा गोमती ट्रेन को रोक दिया और जमकर नारेबाजी की.

फोटो क्रेडिट: मौसमी सिंह फोटो क्रेडिट: मौसमी सिंह

आधी रात से देश में जीएसटी यानी नया कर ढांचा लागू हो गया है. संसद के सेंट्रल हॉल में मेगा शो आयोजित कर देश में जीएसटी लागू किया गया. हालांकि, कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस इवेंट का बायकॉट किया. विरोध का असर शनिवार सुबह भी देखा गया. इलाहाबाद में समाजवादी कार्यकर्ताओं ने जीएसटी के विरोध में ट्रेन रोकी, हालांकि समाजवादी पार्टी जीएसटी के मेगा शो में शामिल हुई थी. इसके अलावा कई नाराज व्यापारी प्रदर्शन आज फिर करेंगे.

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दिल्ली जीएसटी कमिश्नर राजेश प्रसाद ने कहा कि जीएसटी लोगों के लिए लाभदायक साबित होगा. शुरुआत में थोड़ी बहुत दिक्कत है, लेकिन इसका लॉन्ग टर्म इंपैक्ट है. इससे टैक्स चोरी बचेगी. ये आर्थिक सुधार की दिशा में एक सही कदम है. इससे टैक्स के ऊपर जो टैक्स लग रहा था, अब वह चीज खत्म हो जाएगी.  उपभोक्ता अब मंथली रिटर्न भी आसानी से फाइल कर सकते हैं. वहीं उन्होंने दुकानदारों से कहा कि वे घबराएं नहीं. वह थोड़े बहुत चेंजेस कर ही इस सिस्टम को लागू कर सकते हैं.

तमिलनाडु सरकार से स्पष्टता की कमी से तमिल फिल्म इंडस्ट्री भ्रमित है. तमिल फिल्म उद्योग तमिल शीर्षक के बिना फिल्मों के लिए 30 प्रतिशत कर का भुगतान कर रहा है. अब जीएसटी से ये 58 फीसदी हो गया है. सोमवार से जीएसटी के खिलाफ तमिल फिल्म इंडस्ट्री की हड़ताल होगी. टिकट जिसकी कीमत 120 होती है, अब 150 रुपये होगी.

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मारुति ने कुछ गाड़ियां सस्ती करने का फैसला किया है. मारुति गाड़ियों के दामों में 3 प्रतिशत तक की कटौती हुई है. वहीं सियाज, आर्टिगा के दाम 1 लाख रुपये तक बढ़ाए गए हैं. हाईब्रिड मॉडल गाड़ियों के दाम बढ़ाए गए हैं.

रिचार्ज और फर्नीचर होंगे महंगे

मोबाइल रिचार्ज कूपन महंगे हो गए हैं, हालांकि जब हमारे रिपोर्टर दिल्ली मं शंकर मार्केट में एक दुकान पर पहुंचे तो देखा कि वहां पर अभी भी उनको जीएसटी के बारे में कुछ पता नहीं है और वह उसी रेट से मोबाइल रिचार्जिंग कूपन बेच रहे हैं, जिस रेट पर पहले बेच रहे थे. जीएसटी लागू होने के बाद होटल इंडस्ट्री के लोग बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि जीएसटी लागू होने से अब जो अगर 1000 तक का कमरा लेगा उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. इससे पहले इतने ही स्लैब पर टैक्स देना पड़ता था. वहीं फर्नीचर इंडस्ट्री से जुड़े लोग इस से खुश नहीं हैं. उनका कहना है कि अभी तक वह 25 पर्सेंट टैक्स देते आ रहे थे, अब उन्हें 28% तक टैक्स देना होगा. यानी इसका भार सीधा-सीधा कस्टमर पर पड़ेगा. फूड ज्वॉइंट में खाना खाना सस्ता हो गया है. यही वजह है कि लोग इससे बेहद खुश है. हमने दिल्ली के बंगाली मार्केट में बंगला स्वीट्स में जाकर मौके का जायजा लिया. पहले यहां पर 18.5% टैक्स लिया जाता था, लेकिन अब जीएसटी लागू होने के बाद यह टैक्स 18% रह गया है.

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क्या कहते हैं व्यापारी

आजतक के संवाददाताओं की टीम ने लखनऊ, दिल्ली, नोएडा, पटना, कोलकाता समेत कई शहरों में जीएसटी के पहले दिन के हालात की जायजा लिया. कारोबारियों का कहना है कि अभी पुराना स्टॉक ही चल रहा है और नए माल के आने के बाद नई टैक्स दरों को लेकर उनका दृष्टिकोण स्पष्ट हो पाएगा. ग्राहकों में भी अभी थोड़ा कंफ्यूजन है. उन्हें छोटे कारोबारियों के यहां माल पुराने कर दरों पर तो मॉल और शॉपिंग कॉम्पलेक्सों में नई टैक्स दरों पर मिल रहा है. हालांकि, आम तौर पर लोगों की जिज्ञासा है नए कर दरों के असर को लेकर.

दिल्ली में दवाई की दुकानों की भी हमारी संवाददाता ने जायजा लिया. कारोबारियों ने सुबह जब दुकान खोली तो उन्हें लगा कि बिलिंग के लिए सिस्टम अपडेट हो गया होगा लेकिन उनके सिस्टम में जीएसटी की जगह अभी भी वैट ही दिखा रहा है. ऐसे में लोग अभी सिस्टम अपडेट होने का इंतजार भी कर रहे हैं. पटना में हमारे संवाददाता रोहित कुमार सिंह ने कारोबारियों से बात की. कारोबारियों ने बताया कि अभी पेमेंट का सिस्टम अपडेट नहीं हुआ है इसलिए हमलोग पुरानी दरों के हिसाब से ही सामान बेच रहे हैं. जब सिस्टम अपडेट हो जाएगा तभी जीएसटी के बारे में पता चल पाएगा.

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दिल्ली के बंगाली मार्केट में हमारी संवाददाता मौसमी सिंह ने कॉफी के बिल का जायजा लिया. इसमें कुछ ज्यादा फर्क नहीं दिखा. जीएसटी को लेकर लोगों की अभी मिली-जुली प्रतिक्रिया आ रही है. कुछ लोग इसका स्वागत कर रहे हैं तो कुछ जीएसटी लागू करने में जल्दबाजी की बात भी कह रहे हैं. हालांकि, धीरे-धीरे इसका असर स्पष्ट हो पाएगा.

भोपाल से 'आज तक' के संवाददाता हेमेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां व्यापारी जीएसटी को लेकर काफी कन्फ्यूज हैं, हालांकि सरकार ने व्यापारियों की आशंका दूर करने के लिए बाजार में ही एक बोर्ड लगाया है, इस बोर्ड पर जीएसटी के फायदे लिखे हैं. 

राजस्थान में जहां मार्बल और मूर्तियों का कारोबार बहुत ज्यादा होता है वहां के कारोबारी मूर्तियों पर पहली बार कर लगाए जाने से मायूस हैं. पुजारी और धार्मिक लोगों की भी इस पर आपत्तियां सामने आई हैं.

कहीं खुशी-कहीं गम

जीएसटी को लेकर मुंबई में कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल देखने को मिल रहा है. जीएसटी के लागू होने से मुंबई के 5 टोल नाकों पर ऑक्ट्रॉई वसूलने वाले हजार से ज्यादा बीएमसी के कर्मचारी और ऑक्ट्रॉई एजेंट इससे काफी प्रभावित हुए हैं, क्योंकि जीएसटी आने के बाद अब उनको कुछ दूसरा काम करना पड़ेगा, जिससे वो काफी मायूस हैं. वहीं मुंबईकरों में काफी खुशी का माहौल देखने को मिला. देर रात तक लोगो ने मॉल में जमकर शॉपिंग की. टोल नाकों पर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए गए थे.

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सपा ने रोकी ट्रेन

इलाहाबाद में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जीएसटी के विरोध में ट्रेन रोक दी. बैनर-पोस्टर लिए समाजवादी कार्यकर्ताओं ने इलाहाबाद से लखनऊ जाने वाली गंगा गोमती ट्रेन को रोक दिया और जमकर नारेबाजी की. लगभग आधे घंटे तक ट्रेन को सीएमपी पुल पर रोके रखा इन कार्यकर्ताओ की मांग है कि केंद्र सरकार जीएसटी बिल को खत्म करे. वहीं जीएसटी लागू होने के बाद देश के कई हिस्सों में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आधी रात जश्न मनाया. सड़कों पर आतिशबाजी शुरू हो गई. दिल्ली, मुंबई, भोपाल, गुवाहाटी हर शहर में बीजेपी मुख्यालयों में उत्सव सा माहौल था.

देर रात तक खुले बाजार

आम लोगों के लिए जीएसटी की ये रात इसलिए खास रही कि कई जगहों पर बाजार खुले रहे. रात 12 बजे से शॉपिंग के लिए खास ऑफर दिए गए, जिसमें नए टैक्स रेट से बिलिंग हो रही थी. दिल्ली में बाजारों ने आधी रात का विशेष कारोबार किया. मेट्रो सिटी ही नहीं एनसीआर में जीएसटी को लेकर लोगों का उत्साह जबरदस्त था और लोग इस नए बदलाव का अनुभव लेना चाहते थे. वहीं कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि जीएसटी अच्छा और सरल टैक्स है या और जटिल हो जाएगा ये समय बताएगा.

जानें क्या सस्ता और क्या महंगा

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जीएसटी लागू होने के बाद कई भागों में टैक्स लगाया जाएगा. कुछ जरूरत के सामान ऐसे हैं जिन पर टैक्स नहीं लगाया जाएगा. जैसे कि सब्जी, फ्रेश मीट, चिकन, मछली, अंडे, दूध, दही, आटा, ब्रेड आदि. इन सभी को 0% स्लैब में रखा गया है. दूसरा स्लैब है 5% का है, जिसमें चाय, कॉफी, मिल्क पाउडर, रस, साबुतदाना, पिज्ज़ा ब्रेड, ब्रांडेड पनीर व अन्य कुछ प्रोडेक्ट हैं. 12 प्रतिशत के स्लैब में घी, चीज़, मक्खन, फ्रोजन मीट, सॉस, ड्राई फ्रूट, नमकीन, फ्रूट जूस आदि सामान रहेंगे. कई ऐसी वस्तुएं भी हैं जिन पर 18 प्रतिशत टैक्स लगेगा. इस लिस्ट में केक, पेस्ट्रीज़, बिस्कुट, कॉर्नफ्लेक्स, जैम, सलाद, सूप और आइसक्रीम आदि हैं. जीएसटी स्लैब में सबसे महंगा स्लैब है 28 प्रतिशत का. जिसमें चॉकलेट, चॉकलेट वेफर, ड्रिंक्स, आदि जैसे प्रोडेक्ट हैं.

 

 

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