
गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने ताइवान में दिखे करीब 9 घंटे लंबे इंद्रधनुष को विश्व रिकॉर्ड के रुप में शामिल कर लिया है. बता दें कि पिछले साल 30 नवंबर को चाइनीज कल्चर यूनिवर्सिटी पर 8 घंटे 58 मिनट तक इंद्रधनुष दिखाई दिया था, जिसे अब विश्व रिकॉर्ड मान लिया गया है. इस नजारे को देखकर चीन के संस्कृति विश्वविद्यालय के वायुमंडलीय विज्ञान विभाग में प्रोफेसर चाउ कुन-हसुआन ने कहा था कि यह अद्धभुत था. ऐसा लग रहा था कि यह आसमान की तरफ से तोहफा है.
ताइवान न्यूज के अनुसार गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने इसे सबसे लंबा इंद्रधनुष घोषित कर दिया है. बता दें कि इससे पहले 14 मार्च, 1994 को इंग्लैंड के यॉर्कशायर में सबसे लंबे समय तक स्थायी इंद्रधनुष देखा गया था, जिसका समय छह घंटे के रूप में दर्ज किया गया था.
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ताइवान में दिखा इस इंद्रधनुष के चित्रों और वीडियो रिकॉर्डिग से पता चलता है कि इंद्रधनुष सुबह 6.57 से लेकर शाम 3.55 बजे तक देखा गया. चाउ ने कहा कि हमने 6 घंटे बाद पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. उन्होंने ये भी कहा कि वो काफी उत्सुक थे और वो उसे कैप्चर करना चाहते थे और यह बहुत अद्भुत था.
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कैसे बनता है इंद्रधनुष:
आसमान में अक्सर बारिश के बाद इंद्रधनुष बनता है. बारिश बूंदें प्रिज्म का काम करती हैं. इंद्रधनुष के बनने का सिद्धांत यह है कि जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है, तो यह थोड़ा सा झुक जाता है. एक नन्ही बूंद में दो सतह होती है. जब सूर्य का प्रकाश बूंद के अंदर प्रवेश करता है तो पहली सतह से टकराकर वह थोड़ा झुक जाता है. चूंकि सूर्य के प्रकाश में सात रंग होते हैं, तो रंगों के बंडल बूंद में प्रवेश करने के बाद अलग-अलग रंग अपने-अपने हिसाब से झुकते हैं और सातों रंग नजर आते हैं.