
गुजरात में दलितों पर हमले कि वारदात थमने का नाम नहीं ले रही हैं. राजकोट और मेहसाणा में दलित की पिटाई के बाद पाटन में एक दलित महिला पर हमले कि वारदात ने सबको चौंका दिया है. कुछ अनजान लोगों ने पाटन जिले के सरेल गांव में दलित महिला पर हमला किया.
महिला पाटन के ठाकोर वास में रहती है. महिला जब अपने घर के बाहर काम कर रही थी तभी कुछ लोग वहां पर पहुंचे और उसपर हमला कर दिया. महिला को नजदीकी धारपुर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. महिला पर हमले से पूरे इलाके में दलितों के बीच दहशत छा गई है. वहीं आशंका जताई जा रही है कि इसी इलाके में रहने वाले लोगों ने महिला पर हमला किया.
पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई. पुलिस इस मामले में ये भी जांच कर रही है कि किस वजह से महिला पर हमला किया गया. हमलावर कौन है और महिला पर उसके दलित होने के चलते हमला किया गया है या इसके पीछे कोई और वजह है.
यह पहली बार नहीं है जब गुजरात में दलित पर हमला हुआ हो. इससे पहले गुजरात में 'मोजड़ी' पहनने को लेकर चार राजपूत युवकों ने 13 वर्षीय एक दलित किशोर की कथित रूप से पिटाई कर दी थी. गुजरात के मेहसाणा जिले के बहुचाराजी कस्बे में हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
वहीं गुजरात में 11 जुलाई 2016 को उना कांड हुआ था. इसमें 4 दलितों की पिटाई कथिक गौरक्षकों ने की थी. ये सभी लोग एक मरी हुई गाय का चमड़ा उतार रहे थे. जिन्हें गाड़ी में बांधकर पिटाई की थी. इस मुद्दे को लेकर उस दौरान गुजरात में काफी विवाद हुआ था.