
सिरसा में गुरमीत राम रहीम ने बिग बॉस के घर जैसा आलीशान घर बनवा रखा था. यहां प्रतिभागियों के रहने की हर सुविधा उपलब्ध है. सुरक्षा के मद्देनज़र चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे, यहां तक की वॉशरूम में भी सीसीटीवी कैमरा लगाया है. एक महीने तक प्रतिभागी यहां रहेंगे और फिर चुना जाएगा बिग बॉस बाबा का विनर.
इस बिग बॉस के निर्माता, निर्देशक, होस्ट, जज और सबसे बड़े सुपरस्टार खुद गुरमीत राम रहीम थे. चौंक गए ना, है भी चौंकने वाली बात. बिग बॉस जो एक लोकप्रिय रिय़ालिटी शो है. उसी रियलिटी शो की नकल करता था बाबा राम रहीम. इसके लिए डेरा सच्चा सौदा के अंदर ही उसने बिग बॉस बाबा का घर बना रखा था, जहां से वो बिग बॉस जैसा ही रियलिटी शो बनाता. एक ऐसा रियलिटी शो जिसमें सिर्फ गुरमीत की मर्जी चलती. राम रहीम के कायदे-कानून चलते. टास्क भी बाबा देता, टास्क हारने पर सज़ा भी बाबा देता और इस शो की स्टार होती उसकी चहेती हनीप्रीत. बाबा के बिग बॉस के घर से जुड़े कुछ दिलचस्प खुलासे हुए हैं.
बाबा का 'बिग बॉस' वाला अवतार!
- राम रहीम ने साल 2009 में बिग बॉस का घर बनाया था.
- बिग बॉस बाबा में हिस्सा ले रहे प्रतिभागियों के लिए तो नियम होते थे.
- बाबा की चहेती हनीप्रीत पर नियमों की बंदिशें नहीं होती थी.
- गुरमीत राम रहीम ज्यादा समय तक हनीप्रीत से दूर नहीं रह पाता था.
- लिहाजा, वो उसे घर के बाहर आने का हुक्म देता रहता था.
- गुरमीत के शो में प्रतिभागियों को एक महीने घर के अंदर रहना होता था.
- हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास गुप्ता ने भी इस शो में बतौर प्रतिभागी हिस्सा लिया था.
दरअसल कुछ महीने पहले की बात है. अफवाहें फैली थीं कि राम रहीम को असली बिग बॉस के सीजन-9 में बतौर प्रतिभागी हिस्सा लेना का ऑफर आया था. मगर, उसने शो मेकर्स के सामने एक शर्त रख दी. बिग बॉस के घर में भक्तों से मुलाकात की शर्त और यहीं बाबा का सपना टूट गया. फिर, बाबा खुद ही बिग बॉस बनकर अपनी मनमानी करने लगा. लेकिन, दूसरों के लिए कायदे कानून बनाने वाला बिग बॉस बाबा अब खुद कानून की दी असल सज़ा भुगत रहा है. बिग बॉस की जेल की नहीं, असली जेल की चक्की पीस रहा है.
परिवार वाले तो नहीं लेकिन गुरुवार को राम रहीम से मिलने उसका वकील गुरुदास सिंह सोनारिया जेल पहुंचा. वकील ने वकालतनामे पर हस्ताक्षर कराने के साथ कुछ कपड़े बाबा को दिए. कपड़ों में तीन जोड़ी सफेद रंग के कुर्ता-पायजामा बाबा को जेल में पहनने के लिए दिए गए.