
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह के पेशेवर बनने के फैसले को लेकर हुए विवाद के बाद हरियाणा सरकार ने कहा कि सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले खिलाड़ी के लिए कम से कम छह साल तक खेलने को अनिवार्य करने पर विचार किया जा रहा है.
हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने इस संबंध में ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, 'खेल कोटा के अंतर्गत नौकरी पाने वाले खिलाड़ियों के लिए हरियाणा में कम से कम छह साल तक खेलने को अनिवार्य करने पर विचार किया जा रहा है.'
छीना जा सकता है डीएसपी का पद
भारतीय बॉक्सर विजेंदर सिंह से हरियाणा पुलिस में डीएसपी का पद छीना जा सकता है. हरियाणा पुलिस के उच्चाधिकारी इस बात पर विचार कर रहे हैं. भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार द्वारा बॉक्सिंग में विजेंदर की उपलब्धियों के चलते उन्हें सम्मान स्वरूप डीएसपी की पोस्ट दी गई थी. वह अभी तक प्रोबेशन पर हैं. उन्होंने अपनी ट्रेनिंग भी पूरी नहीं की है.
सूत्रों के मुताबिक, यदि विजेंदर चाहें तो अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. लेकिन प्रोफेशनल बॉक्सर होने के बाद भी यदि वो ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी जिसके अंतर्गत उन्हें पदमुक्त किया जा सकता है.
विजेंदर बने प्रोफेशनल बॉक्सर
आपको बता दें कि इससे पहले भारत के सबसे कामयाब बॉक्सरों में शुमार किए जाने वाले विजेंदर ने अपने एमेच्योर करियर को तौबा करते हुए प्रोफेशनल बॉक्सर बनने का फैसला किया था. इसके बाद बीते सोमवार को उन्होंने लंदन में क्वींसबेरी प्रमोशन्स के साथ कुछ वर्षों की डील साइन की थी. अब वह भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए अयोग्य हो गए हैं.
-इनपुट भाषा से