
मुंबई हमले के साजिशकर्ता और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी डेविड कोलमैन हेडली की पत्नी और उसके कारोबारी साझेदार ने एक निजी प्रावधान का हवाला देते हुए एनआईए की ओर से पूछे गए सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया है.
एजेंसी ने ब्रिटेन में रहने वाली हेडली की पत्नी शाजिया और उसके कारोबारी साझेदार रेमंड सैंडर्स से अमेरिकी न्याय विभाग के माध्यम से संपर्क किया था, ताकि 55 साल के इस आतंकवादी से जुड़े कुछ सवालों के जवाब हासिल किए जा सकें.
दोनों ने दिया निजता का हवाला
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, दोनों ने निजता के प्रावधान का हवाला देते हुए सवालों के जवाब देने से इनकार कर दिया. अमेरिकी कानून के अनुसार इस मामले में दोनों में से कोई भी आरोपी नहीं है. ऐसे में वे किसी भी विदेशी एजेंसी के पूछताछ के आग्रह को स्वीकार या अस्वीकार कर सकते हैं.
यह रही संपर्क करने की वजह
भारत के जांच अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया था, क्योंकि उन्हें लगता है कि हेडली ने अपने परिवार के बारे में सूचना छिपाई और यह बात भी नहीं बताई कि उसके परिवार को भारत में उसकी गतिविधियों तथा लश्कर से उसके संपर्क के बारे में पता था.
डोजियर में भी है जिक्र
एनआईए के 106 पन्नों के डोजियर के मुताबिक, हेडली ने भारतीय जांच अधिकारियों से कहा था कि उसके परिवार को लेकर कोई सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए. साल 2010 में अमेरिका में हेडली को पकड़े जाने के बाद यह डोजियर तैयार किया गया था. डोजियर के अनुसार हेडली ने कहा, 'मैंने 1999 में शाजिया गिलानी से शादी की थी. मैं अपने ससुराल के ब्योरे के बारे में चर्चा नहीं करना चाहता, क्योंकि उनका मेरी गतिविधियों से कोई लेना-देना नहीं है.' अपने परिवार, खासकर पहली पत्नी के बारे में जानकारी छिपाते हुए हेडली ने एनआईए की टीम से कहा था, 'मेरा आग्रह होगा कि मुझसे मेरे परिवार के सदस्यों से जुड़े सवालों के बारे में न पूछा जाए.'
कोड वर्ड इस्तेमाल करती थी शाजिया
शिकागो की अदालत के रिकॉर्ड में कहा गया है कि शाजिया ने मुंबई हमले को टीवी पर देखा था और उस वक्त वह कोड वर्ड इस्तेमाल करती थी कि 'मैं कार्टून देख रही हूं.' शाजिया ने हेडली को लिखे ईमेल में कहा, 'मैं इन कार्टूनों (हमलों) को पूरे दिन देख रही हूं और मुझे तुम पर गर्व है.' उसने यह भी कहा था कि उसे हेडली के स्नातक (हमले की कामयाबी) पर गर्व हुआ. यह खुलासा हेडली की ओर से 27 मई 2011 को पाकिस्तानी मूल के आतंकवादी तहव्वुर राणा के खिलाफ सुनवाई के चौथे दिन किया गया था.
हेडली ने बचाव पक्ष के वकील पैट्रिक डब्ल्यू बेलगान को बताया था कि मुंबई हमले के बाद कई लोगों ने उसे और शाजिया को बधाई दी. शाजिया को डेनमार्क हमले के बारे में भी जानकारी थी.
सैंडर्स ने भी की थी मदद!
सैंडर्स शिकागो में ‘फर्स्ट वर्ल्ड इमीग्रेशन सर्विस’ का मालिक है. माना जाता है कि उसने हेडली को भारत को वीजा दिलाने और मुंबई में आव्रजन केंद्र खोलने में मदद की. मुंबई और डेनमार्क में हमले की साजिश को लेकर हेडली अमेरिका में 35 साल की सजा काट रहा है.