
मुंबई की मशहूर आर्टिस्ट हेमा उपाध्याय और उनके वकील हरीश भंबानी के मर्डर केस में वाराणसी से साधु राजभर नामक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. यूपी एसटीएफ और मुंबई पुलिस ने साझा अभियान में वाराणसी के कवि रामपुर पेट्रोल पंप से सोमवार की दोपहर डेढ़ बजे पकड़ा. राजभर ने कबूल कर लिया है कि उसने ही हेमा और हरीश की गला घोंट कर हत्या की थी.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस साधु राजभर को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मुंबई लाने की तैयारी कर रही है. वह वाराणसी के बड़ा गांव इलाके का रहने वाला है. उसके पास से हेमा और हरीश के एटीएम और क्लब कार्ड मिले हैं. कत्ल के बाद वह ट्रेन से वाराणसी भाग गया था. उसने इस जुर्म में शामिल एक अन्य आरोपी विद्या राजभर के नाम का भी खुलासा किया है.
फोटो फ्रेमिंग वर्कशॉप में काम करता था साधु
मुंबई के एक फोटो फ्रेमिंग वर्कशॉप में साधु काम करता था. उसका कहना है कि उसने यह सब अपने साहब यानी विद्या सागर राजभर के इशारे पर किया. विद्या राजभर मुंबई में एक फोटो फ्रेमिंग वर्कशॉप का मालिक और हेमा का जानकार है. सूत्रों की मानें तो विद्या के साथ हेमा ने अपनी पोट्रेट को लेकर कभी कोई बिजनेस डील की थी. इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद भी था.
कार्टन में मिली थी हेमा और हरीश की लाश
बताते चलें कि रविवार को मुंबई के कांदिवली इलाके के एक नाले से कार्टन में हेमा और हरीश का शव मिला था. दोनों शुक्रवार से लापता थे. हेमा का अपने पति से रिश्ता ठीक नहीं था. तलाक के लिए हरीश उसकी मदद कर रहे थे. वारदात वाले रोज राजभर ने ही दोनों को फोन कर ये कहकर कांदिवली बुलाया था कि वो तलाक के मामले कुछ जरूरी सबूत देना चाहता है.