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मुंबई में आर्टिस्ट हेमा उपाध्याय और उनके वकील की हत्या की जांच में जुटी पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. यूपी एसटीएफ ने वाराणसी से मुख्य संदिग्ध साधु राजभर समेत कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार साधु राजभर से वाराणसी में एसटीएफ पूछताछ कर रही है. उसके आलावा जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है वे वाराणसी के बड़ागांव क्षेत्र के रहने वाले हैं. पुलिस को जांच के दौरान पता चला था कि राजभर ही वो व्यक्ति है जिससे हेमा की आखिरी बार बात हुई थी और उसके बाद शुक्रवार शाम को वह रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गईं.
पुलिस को इस मामले में एक आर्टिस्ट की तलाश भी है. हेमा उपाध्याय और उनके वकील हरीश भंबानी की लाश कांदिवली इलाके में एक नाले से शनिवार को बरामद हुई थी.
गोदाम के मालिक पर शक की सुई
पुलिस ने बताया कि हेमा और उनके वकील के मोबाइल फोन की आखिरी लोकेशन चारकोप से कांदिवली के बीच में थी, जहां उनकी लाशें बरामद हुई हैं. दोनों फोन शुक्रवार शाम करीब साढ़े आठ बजे के करीब स्विच ऑफ हुए. हेमा अपने काम को चारकोप स्थित एक गोदाम में स्टोर करती थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोदाम का मालिक गोटू इस केस में मुख्य संदिग्ध माना जा रहा है.
पैसों को लेकर था विवाद
सूत्रों के मुताबिक, हेमा और गोटू के बीच पांच लाख रुपये को लेकर विवाद चल रहा था. यह आर्टिस्ट की हत्या का कारण हो सकता है ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है. पुलिस ने शुरुआती कार्रवाई में हेमा के पति चिंतन उपाध्याय और दो अन्य को हिरासत में लिया है. हेमा 2010 से चिंतन से तलाक लेने की कोशिश में थी.