
सुकमा में नक्सल अटैक के बाद आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह की 10 राज्यों के सीएम के साथ मीटिंग चल रही है. इस मीटिंग में नक्सल समस्या को लेकर मंथन किया जा रहा है, साथ ही उनसे पार पाने की रणनीति तैयार की जाएगी.
बैठक में राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में वामपंथी उग्रवाद की समस्या का निदान किसी सिल्वर बुलेट से संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें अपनी नीति में एग्रेशन लाने की जरूरत है.
गृहमंत्री राजनाथ की स्पीच के अंश:
ऑपरेशन की अगुवाई राज्य करे, अर्धसैनिक बल सहयोग करेंगे.
इंटेलिजेंस एजेंसी और सुरक्षा बलों को स्थानीय जनता के साथ नेटवर्क विकसित करने की जरुरत.
वर्तमान में UAV का इस्तेमाल बहुत कम हो रहा है जिसे बढ़ाने की जरुरत.
हर बटालियन के साथ UAV /Mini UAV होनी चाहिए.
नक्सली लुटे हुए हथियारों का इस्तेमाल करते हैं, ये रोकने के लिए हथियार में ट्रैकर लगाएं.
राजनाथ सिंह ने नक्सली समस्या से निपटने के लिए नया फॉर्मूला दिया है. इसे उन्होंने समाधान (SAMADHAN) शब्द दिया है.
S -smart leadership
A -aggressive strategy
M -motivation and training
A -actionable intelligence
D -dashboard based key performance indicators and key result areas
H -harnessing technology
A -action plan for each threat
N -no access to financing
ये है मीटिंग का एजेंडा
इस मीटिंग का मुख्य मुद्दा आंतरिक सुरक्षा है. बैठक में नक्सलियों से निपटने के लिए रणनीति पर विमर्श होना है. बताया गया है कि बैठक में नक्सलियों के खिलाफ 2016 की मुहिम को बनाए रखने और नई रणनीति पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
मीटिंग में कौन-कौन?
इस मीटिंग में 10 नक्सल प्रभावित राज्यों के सीएम हिस्सा ले रहे हैं. उनके साथ ही 35 संवेदनशील जिलों के डीएम और एसपी भी इस बैठक में शामिल हैं. सभी राज्यों के चीफ सेक्रेटरी, डीजीपी और पैरामिलिट्री फोर्स के डीजी समेत नक्सल प्रभावित राज्यों में हालात पर नजर रखने वाले गृह मंत्रालय के 'लेफ्ट विंग एक्सट्रिमिज्म डिविजन' के अधिकारी भी बैठक में पहुंचे हैं.
दिन भर चलने वाली इस बैठक में दो सत्र होंगे. इसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के संचालन में राज्यों की भूमिका और भारतीय रिजर्व बटालियंस और विशेष भारतीय रिजर्व बटालियंस की स्थापना और तैनाती पर चर्चा की जाएगी.
साथ ही क्षमता निर्माण और खुफिया मुद्दों जैसे राज्य पुलिस बलों में भर्तियां, राज्य खुफिया इकाइयों में क्षमता निर्माण और दूसरे मंत्रालयों से जुड़े मामलों पर भी चर्चा की जाएगी.
ये राज्य हैं नक्सल प्रभावित
छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश,
तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के 106 जिले नक्सली
हिंसा से प्रभावित हैं.
सुकमा अटैक में हुए थे 25 जवान शहीद
छत्तीसगढ़ के सुकमा में 24 अप्रैल को नक्सली हमला हुआ था. इस हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे. इससे पहले
11 मार्च को हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 12 जवान शहीद हुए
थे.
सुकमा अटैक के बाद गृहमंत्री और प्रधानमंत्री ने कहा था कि जवानों की ये शहादत बेकार नहीं जाएगी. अटैक के तुरंत बाद ही ये मीटिंग बुलाई गई थी.
बता दें कि जनवरी 2011 से 15 अप्रैल 2017 के बीच हुए नक्सली हिंसा से जुड़े 7,781 मामले सामने आ चुके हैं. इन हमलों में अब तक कुल 3,136 लोगों की मौत हुई है. जिसमें नागरिक, सुरक्षाकर्मी और कथित पुलिस मुखबिर शामिल हैं.