
बिहार में बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर 21 जनवरी को पूरे राज्य में मानव श्रृंखला बनाने का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के दौरान 13600 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाने का कार्यक्रम है जिसमें तकरीबन 4.5 करोड़ लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है.
विपक्षी दल आरजेडी इस मानव श्रृंखला को लेकर लगातार सरकार पर हमला बोल रहा है और आरोप लगा रहा है कि सरकार मानवीय पहलू को दरकिनार कर जबरन लोगों को मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए बाध्य कर रही है. इसी क्रम में पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट के जरिए सरकार पर हमला किया है. तेजस्वी यादन ने आरोप लगाया कि एक तरफ जहां पटना में भीषण ठंड की वजह से जिला प्रशासन सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दे रहा है वहीं दूसरी तरफ नीतीश कुमार स्कूली बच्चों को मानव श्रृंखला में भाग लेने के लिए तानाशाही फरमान सुना रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में विचित्र प्रशासनिक विडंबना देखने को मिल रही है जहां एक तरफ ठंड की वजह से स्कूलों में छुट्टियां की जा रही है वहीं दूसरी तरफ बच्चों को मानव श्रृंखला में भाग देना अनिवार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह नीतीश कुमार का तानाशाही रवैया है जिसकी वजह से बच्चों को भी मानव श्रृंखला में अनिवार्य रूप से हिस्सा लेने के लिए कहा जा रहा है.
नीतीश पर तंज कसते हुए तेजस्वी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री इस वक्त बिहार में चोरी की सरकार चला रहे हैं और अपने दानवी कृत्यों को छुपाने के लिए मानव श्रृंखला का सहारा ले रहे हैं. तेजस्वी यादव के इन्हीं आरोपों का जवाब जेडीयू ने भी ट्वीट के जरिए दिया. पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा कि सरकार में रहकर चोरी करने वालों और घोटालों की श्रृंखला बनाने वालों को नीतीश कुमार पर बोलने का हक नहीं है. संजय सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व को बिहार की जनता ने चुना था.
संजय सिंह ने कहा कि इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ठंड के दौरान मानव श्रृंखला में बच्चों के हिस्सा लेने पर सवाल उठा रहे हैं मगर खुद ठंड में गरीब जनता का हाल जानने के लिए 1 दिन भी अपने सरकारी बंगले से बाहर नहीं निकले.