
क्रिकेट में सैकड़े का बहुत महत्व है. कोई क्रिकेटर सेंचुरी जमाता है तो उसे बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाती है और जब कोई क्रिकेटर एक ही टेस्ट की दोनों पारियों में यह कारनामा करता है और खास कर तब जब वो अपने करियर का 100वां टेस्ट मैच खेल रहा हो तो यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. बंगलुरु टेस्ट एबी डिविलियर्स अपना 100वां टेस्ट खेल रहे थे और उन्होंने 85 रनों की पारी खेली लेकिन उन चुनिंदा क्रिकेटरों के साथ शामिल होने से चूक गए जिन्होंने अपने 100वें टेस्ट में शतक जड़ा है.
हालांकि 52.15 की औसत से 7,770 रन और 21 शतक जड़ चुके एबी डिविलियर्स इस मैच के बाद 63 क्रिकेटरों के उस क्लब से जरूर जुड़ चुके हैं जिनका टेस्ट करियर 100 टेस्ट मैच से अधिक का रहा. हालांकि अब भी डिविलियर्स के पास एक नायाब शतक बनाने का मौका जरूर है. वो लगातार 98 टेस्ट खेल चुके हैं. सिर्फ दो टेस्ट खेलकर वो उन चार क्रिकेटर्स की लिस्ट से जुड़ जाएंगे जिन्हें अपने देश के लिए लगातार 100 टेस्ट खेलने का गौरव प्राप्त है.
डालते हैं उन क्रिकेटर्स के 100वें टेस्ट प्रदर्शन पर एक नजर जो डिविलियर्स से पहले इस क्लब से जुड़ चुके हैं.
100वें टेस्ट की दोनों पारियों में शतक
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ऐसे अकेले क्रिकेटर हैं जिन्होंने अपने 100वें टेस्ट की दोनों ही पारियों में शतक जमाया. पोंटिंग ने अपना 100वां टेस्ट दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला. पहली पारी में पोंटिंग के शतक के बावजूद अफ्रीका ने 92 रन का लीड ले लिया. ग्रीम स्मिथ ने टेस्ट के अंतिम दिन पहले 20 ओवर्स के बाद ही पारी घोषित कर दी और ऑस्ट्रेलिया के सामने 70 ओवर्स में 286 रनों का लक्ष्य रखा. पोंटिंग ने कप्तानी पारी खेली और अकेले ही 143 रन बना डाले और अंत तक आउट हुए बिना टीम को जीत दिला दी. ये टेस्ट जहां एक ओर पहली पारी में बढ़त लेने और फिर दूसरी पारी घोषित करने के बावजूद हारने की घटना का रिकॉर्ड रखता है. वहीं क्रिकेट के इतिहास में टेस्ट की दोनों ही पारियों में एक बल्लेबाज के शतक जड़ने का ऐतिहासिक और अकेला मामला है.
सेंचुरी के साथ 100वें टेस्ट का जश्न
पोंटिंग के नाम जहां दोनों ही पारियों में शतक लगाने का रिकॉर्ड है वहीं सिर्फ छह अन्य ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्हें अपने 100वें टेस्ट में शतक लगाने की उपलब्धि हासिल है.
इंजमाम उल हक (184 और नाबाद 31 रन), गॉर्डन ग्रीनिज (149 रन), जावेद मियांदाद (145 रन), ग्रीम स्मिथ (131), एलेक स्टुअर्ट (105) और क्रिस क्राउडे (104).
100वें टेस्ट में अर्धशतक
100वें टेस्ट में शतक से चूके क्रिकेटर्स के बीच सबसे अधिक रन बनाने वाले एबी डिविलियर्स के साथ ही स्टीव वॉ (85 रन) भी हैं. इसके अलावा ऐसे कुछ अन्य क्रिकेटर्स भी हैं जो अर्धशतक जड़ने में कामयाब रहे.
कुमार संगकारा (79 रन), ब्रायन लारा (72 और 11 रन), एलिस्टेयर कुक (72 और शून्य रन), विवियन रिचर्डस (68 रन), ग्राहम थोर्प (नाबाद 66 रन), क्रिस गेल (64 और 10 रन), वीवीएस लक्ष्मण (64 और 4 रन), शेन वॉर्न (63 और नाबाद 15 रन), जैक कैलिस (38 और 62 रन), ज्योफ्री बायकॉट (17 और 60 रन), डेसमंड हेंस (18 और 57 रन), कपिल देव (55 रन) सचिन तेंदुलकर (54 रन), राहुल द्रविड़ (52 और 9 रन).
नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं
कुछ ऐसे भी क्रिकेटर रहे हैं जिन्होंने अपने करियर के दौरान बड़ी बड़ी उपलब्धि अर्जित की लेकिन 100वें टेस्ट को यादगार बनाने में कामयाब नहीं हो सके. इसमें ग्राहम गूच, ऐलेन बॉर्डर, मार्क वॉ, माहेला जयवर्धने, सुनील गावस्कर, मैथ्यू हेडेन और शिवनारायण चंद्रपॉल सरीखे क्रिकेटर शामिल हैं.
सौरव गांगुली (43 और 40 रन) ग्राहम गूच (17 और 18 रन), डेविड गॉवर (13 और 2 रन), मैथ्यू हेडन (24 रन), माहेला जयवर्धने (11 और 22 रन), मार्क बाउचर (2 रन), मार्क वॉ (32 रन), सुनील गावस्कर (48 और 37 रन), शिवनारायण चंद्रपॉल (14 रन), माइकल अथर्टन (1 और 28 रन), माइकल क्लार्क (24 और 23 रन), सनथ जयसूर्या (13 रन), क्लाइव लॉयड (20 रन), डेविड बून (18 और 9 रन), केविन पीटरसन (18 और 26 रन), वीरेंद्र सहवाग (30 और 9 रन), सलीम मलिक (2 रन), गैरी कर्स्टन (1 और 1 रन)
100वें टेस्ट में शून्य का रिकॉर्ड
कुछ ऐसे भी क्रिकेटर हैं जिनके नाम अपने 100वें टेस्ट में शून्य पर आउट होने का भी रिकॉर्ड है. इनमें सबसे ऊपर हैं न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग. इन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना 100वां टेस्ट खेला और इसकी पहली पारी में वो खाता तक नहीं खोल सके. हालांकि दूसरी पारी में वो 6 रन बनाने में कामयाब रहे. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ऐलेन बॉर्डर (0 और 20 रन) और मार्क टेलर, भारत के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर (25 और 0 रन) और वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान कर्टने वाल्श (नाबाद 3 और 0) भी अपने 100वें टेस्ट को भूलना चाहेंगे.
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जस्टिन लैंगर (शून्य पर रिटायर्ड हर्ट) अपने 100वें टेस्ट की पहली ही गेंद पर मखाया एंटिनी की फेंकी बाउंसर गेंद पर घायल हो गए जिसकी वजह से उन्हें अगले आठ महीने तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा.