
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सोमवार को 25 को कांग्रेसी सांसदों को 5 दिनों के लिए निलंबित कर दिया. उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर जा जाने पर उन्हें ऐसी सख्त कार्रवाई करनी पड़ी.
हद हो गई: स्पीकर
सदन में अपनी इस कार्रवाई के बाद स्पीकर ने पत्रकारों से कहा, ‘आसन के समीप आना, पोस्टर दिखाना गलत है, नियमों के खिलाफ है. गलत धारना को तोड़ना
जरूरी है. मैंने आज सुबह से प्रयास किया, पिछले आठ दिनों से यह बात कहती आ रही थी कि पोस्टर नहीं दिखाएं. लेकिन हद तो तब हो गई जब स्पीकर
को सामने से पोस्टर से ढकने का प्रयास किया गया, मंत्रियों के आगे पोस्टर रखे गए.’
'सख्त कार्रवाई मेरे स्वाभाव में नहीं'
कांग्रेस सदस्यों को पांच बैठकों के लिए निलंबित करने के फैसले के काफी सख्त होने के बारे में एक सवाल के जवाब में सुमित्रा ने कहा, ‘मैं ऐसा कभी भी नहीं चाहती
थी. सख्त कार्रवाई करना मेरे स्वभाव में भी नहीं है. ऐसी सख्त कार्रवाई करनी पड़ी क्योंकि स्थिति नियंत्रण से बाहर जा रही थी.’
स्पीकर ने कहा कि उन्होंने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी ऐसा इसीलिए किया था कि संसदीय लोकतंत्र में विरोधी पक्ष होता है. प्रजातंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार होता है. सुमित्रा ने कहा, ‘मेरा काम यह देखना है कि सदन का काम सुचारू रूप से चले, कोई अनहोनी न हो. मैंने अपना पूरा प्रयास किया कि इसे अच्छे ढंग से चलाया जाए.’
पिछले हफ्ते सस्पेंड हुए थे चौधरी
मानसून सत्र शुरू होने के बाद से ही सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग पर दबाव बनाने के लिए सदन में पोस्टर दिखाने और आसन के समक्ष आने वाले कांग्रेस के 25 सदस्यों को अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की पांच बैठकों के लिए सोमवार को निलंबित कर दिया. इससे पहले, पिछले सप्ताह भी अध्यक्ष ने कांग्रेस के एक सदस्य अधीर रंजन चौधरी को इसी आधार पर एक दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित किया था.