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विदेशों की तर्ज पर आईआईटी मुंबई में भी आज एक दिलचस्प प्रदर्शन होने जा रहा है. राजनितिक दलों की 'मोरल पुलिसिंग' के विरोध में आईआईटी कैंपस में आज शाम साढ़े पांच बजे मास किसिंग का आयोजन किया गया है.
इस मास किसिंग जिसका हिंदी अनुवाद शायद सामूहिक चुंबन होगा, में लगभग 70 छात्र-छात्राएं शामिल होने जा रहे हैं. दर्जन भर शिक्षक भी इस अनूठे विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे. यह प्रदर्शन कोच्चि के छात्रों के समर्थन में किया जा रहा है. कोच्चि में भी छात्र इसी तरह का एक प्रदर्शन कर रहे हैं.
दरअसल एक स्थानीय राजनीतिक दल की युवा इकाई ने छात्रों के बीच नैतिकता के लिए अभियान चलाया था. इसी अभियान के विरोध में कोच्चि में छात्र सामूहिक चुंबन प्रदर्शन आयोजित कर रहे हैं, दूर मुंबई में भी उनका हौसला बढ़ाने के लिए छात्रों ने उसी तरह के एक प्रदर्शन का आयोजन किया है. दिलचस्प है कि अपने विरोध प्रदर्शन को छात्र 'किसिंग डे' के तौर पर मनाएंगे.
आईआईटी बॉम्बे की शोध छात्रा उदिप्ता चटर्जी ने कहा दक्षिणपंथी संगठन लोगों से प्यार करने का अधिकार भी छीन लेना चाहते हैं. मोरल पुलिसिंग हम कतई स्वीकार नहीं कर सकते. भारत में सार्वजनिक जगहों पर मोहब्बत का प्रदर्शन कोई जुर्म नहीं है, कम से कम आज के भारत में तो बिल्कुल नही. इस प्रदर्शन में आईआईटी में सक्रिय संगठन साथी ने इस प्रदर्शन का आयोजन किया है. यह संगठन ट्रांसजेडर और समलैंगिकों के हित के लिए काम करता है.