
देशभर में 71वें स्वतंत्रता दिवस पर जश्न-ए-आजादी की धूम है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक अलग-अलग राज्य प्रमुखों ने अपने राज्यों में तिरंगा फहराया. कड़ी सुरक्षा के बावजूद कश्मीर में भी स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने भी श्रीनगर में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में भाग लिया और ध्वजारोहण किया. वहीं इस बार लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कश्मीर पर बड़ा संदेश दिया गया. उन्होंने कहा कि कश्मीर की समस्या का समाधान गाली या गोली से नहीं, बल्कि कश्मीरियों को गले लगाने से होगा.
अलग अलग सुर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ नरमी नहीं बरती जाएगी. साथ ही कहा कि कुछ मुट्ठीभर अलगाववादी कश्मीर का माहौल खराब कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने आर्टिकल 35ए विवाद पर एक बार फिर बयान दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट से काफी आस है. उन्होंने कहा कि कश्मीर की वादी के बाहर के कुछ लोग 35ए को हटाने को लेकर षड्यंत्र रच रहे हैं. दरअसल जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 35ए को संविधान से हटाने की मांग हो रही है. सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर एक याचिका भी दायर की गई है. महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि उन्हें आशा है कि सुप्रीम कोर्ट पुराने केसों की तरह इस केस को भी खारिज कर देगा.
शहीद कैप्टन की पत्नी पहुंची कश्मीर
शहीद कमांडेंट प्रमोद कुमार की पत्नी नेहा त्रिपाठी अपने पति के बलिदान को याद करने के लिए स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कश्मीर पहुंचीं. नेहा त्रिपाठी ने अपनी बेटी के साथ करण नगर में 49 बटालियन सीआरपीएफ के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भाग लिया. 15 अगस्त 2016 को कमांडेंट प्रमोद कुमार आतंकी हमले में शहीद हो गए थे. नेहा त्रिपाठी ने कहा कि वह शहादत दिवस उस मिट्टी पर मनाना चाहती थीं जहां उनके पति ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए.
बयान का स्वागत
वहीं जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर पर दिए गए गोली और गाली वाले बयान की तारीफ की और कहा कि मोदी के बयान का स्वागत है. मीरवाइज उमर फारूक ने कहा कि अगर गोली और गाली की जगह इंसानियत और इंसाफ आ जाए तो शांत कश्मीर का सपना हकीकत में बदल सकता है.
तिरंगा यात्रा पर रोक
वहीं इससे पहले कश्मीर बीजेपी के कार्यकर्ताओं द्वारा श्रीनगर में निकाले जाने वाले तिरंगा यात्रा के मंसूबे पर बीजेपी और पीडीपी की स्थानीय सरकार ने ही पानी फेर दिया. बीजेपी यूथ विंग के उपाध्यक्ष एजाज हुसैन समेत कई कार्यकर्ताओं को सोमवार रात ही हिरासत में ले लिया गया था. हालांकि नैशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्विट कर इसे फिक्स मैच बताया.
कई जगह बंद
अलगाववादी नेताओं द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर बंद के आह्वान पर कश्मीर के कई हिस्सों में कर्फ्यू वाला माहौल रहा. सोपियां और श्रीनगर के कई हिस्सों में बाजारें बंद रहीं. वहीं सेना और स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा भी आतंकी घटना की आशंका को देखते हुए कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी. कई जगह चेक पोस्ट लगाए गए थे. कार्यक्रम स्थल बख्शी स्टेडियम के चारों तरफ भारी तादाद में सुरक्षाबल तैनात थे. वहीं सुरक्षा के मद्देनजर बीएसएनएल को छोड़कर बाकी मोबाइल फोन सेवाएं बंद कर दी गई थीं. वहीं इंटरनेट की सुविधा को भी बंद किया गया था. पहले से सावधानी बरतते हुए प्रशासन ने यह फैसला लिया था.