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भारत-अमेरिका अपने लक्ष्यों के लिए समय सीमा तय करें: सुषमा

भारत और अमेरिका ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ बैठक से पहले संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए आज पहली रणनीति और वाणिज्यिक वार्ता शुरू की.

भारत-अमेरिका ने शुरू की उच्च स्तरीय वार्ता भारत-अमेरिका ने शुरू की उच्च स्तरीय वार्ता
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 सितंबर 2015,
  • अपडेटेड 8:37 AM IST

भारत और अमेरिका ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ बैठक से पहले संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए आज पहली रणनीति और वाणिज्यिक वार्ता शुरू की.

अपने अमेरिकी समकक्ष जॉन केरी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने द्विपक्षीय संबंधों में वरीयता वाले क्षेत्रों को रेखांकित किया. दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका और वाणिज्यिक वार्ता का उद्घाटन किया.

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लक्ष्यों को हासिल करने की हो समय सीमा: सुषमा स्वराज
सुषमा ने कहा कि भारत और अमेरिका बढ़े हुए सहयोग की राह पर हैं. उन्होंने कहा, ‘यह भारत-अमेरिका संबंधों के लिए बहुत व्यस्त समय है. यह जरूरी है कि हम अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए समय सीमा तय करें.’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले दोनों देशों के बीच बहुत सार्थक चर्चा के लिए केरी का शुक्रिया अदा किया.

भारत और अमेरिका साथ मिलकर बना सकते हैं समृद्ध भविष्य: केरी
केरी ने कहा कि भारत और अमेरिका साथ मिलकर कहीं अधिक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका 100 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार से संतुष्ट नहीं है और भरोसा जताया कि अगले कुछ साल में यह पांच गुना बढ़ सकता है.

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द्विपक्षीय संबंधों में पहले के मुकाबले हुआ है सुधार: सुषमा
केरी ने कहा कि प्रधानमंत्री केरी अगले हफ्ते राष्ट्रपति ओबामा से मिलेंगे. सुषमा ने कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों में पिछले साल से प्रभावशाली प्रगाढ़ता, दायरा और उपलब्धियों का स्तर नेतृत्व के लिए एक प्रमाण है. उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका का उभरता हुआ राजनीतिक, रणनीतिक और सुरक्षा परिदृश्य अंतरराष्ट्रीय भू राजनीति से आकार ग्रहण करना जारी रखेगा.

मूल्यांकन का मौका देगी ये वार्ता
सुषमा ने कहा कि ठोस सहयोग एजेंडा को रणनीतिक हितों के बढ़ते समन्वय और पारस्परिक चिंताओं से आकार दिया गया है जिनमें हिंद महासागर क्षेत्र और एशिया प्रशांत भी शामिल है. उन्होंने कहा कि यह वार्ता हमें यह मूल्यांकन करने का मौका देता है कि अपने लिए हमने जिन लक्ष्यों को निर्धारित किया था उस दिशा में हम कहां खड़े हैं. साथ ही यह भविष्य के लिए लक्ष्य एवं उदद्देश्य निर्धारित करने का भी अवसर प्रदान करता है.

अमेरिका को अवसर प्रदान करेगा भारत
उन्होंने कहा, ‘हमारा दृढ़ता से मानना है कि आर्थिक रूप से समृद्ध भारत अमेरिकी उद्योग एवं पूंजी को एक दीर्घकालीन अवसर पेश करेगा.’


वार्ता में भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व करने के लिए सुषमा कल पहुंची थी. शिष्टमंडल में वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमन और उर्जा मंत्री पीयुष गोयल भी शामिल हैं.

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इनपुट: PTI

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