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कांग्रेस का सवाल- डोकलाम समझौता टूट गया? सरकार का जवाब- चीनी सैनिकों की तैनाती की खबर अफवाह

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक न्यूज रिपोर्ट को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, "प्रधानमंत्री ने यथास्थिति का दावा किया था. सेटेलाइट फोटो में यह गलत साबित हुआ है. राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में?

फाइल फोटो फाइल फोटो
बालकृष्ण
  • नई दिल्ली,
  • 27 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 4:08 AM IST

डोकलाम में चीनी सेना के दोबारा जमा होने की रिपोर्ट के बीच शुक्रवार को कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जबरदस्त कटाक्ष किया है. पार्टी ने पीएम मोदी से पूछा कि क्या डोकलाम समझौता 'टूट' गया है? कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने 'द प्रिंट' के 'डोकलाम पठार के पास जमा हुए चीनी सैनिक, सेटेलाइट फोटो में दिखे' न्यूज रिपोर्ट को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, "प्रधानमंत्री ने यथास्थिति का दावा किया था. सेटेलाइट फोटो में यह गलत साबित हुआ है. राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में?

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कांग्रेस ने पूछा, "क्या प्रधानमंत्री देश को अंधेरे में रख रहे हैं? वहां 'डिसइंगेजमेंट' की वास्तविक स्थिति क्या है?" सुरजेवाला ने पूछा कि क्या डोकलाम समझौता टूट गया है? उन्होंने यह भी सवाल दागा कि आखिरकार सीना थपकाने', 'लाख आंख' और मोदी के 'जीत के दावों' का क्या हुआ?  वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने डोकलाम के पास चीन की सेना के फिर से जमा होने की खबरों का खंडन किया है.

मंत्रालय ने कहा कि पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर ये खबरें लगातार चल रही हैं कि डोकलाम में जिस जगह पर भारत और चीन की सेना आमने-सामने हो गई थी, वहां पर चीनी सैनिक फिर से डेरा जमा रहे हैं. सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी कुछ तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं, जिसमें यह दिखाया जा रहा था कि किस तरह से डोकलाम में चीन की सेना फिर से गाड़ी, हथियार और साजोसामान जुटा रही है.

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डोकलाम पर चीनी सेना के जमा होने की खबर अफवाह

बृहस्पतिवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर चल रही इन खबरों को अफवाह और शरारतपूर्ण बताया. साथ ही यह कहा कि चीन की सेना अब जो कुछ कर रही है, वह सब कुछ चीन की सीमा के भीतर कर रही है, जहां कोई विवाद नहीं है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि चीनी सैनिकों के डोकलाम के विवादित क्षेत्र में फिर से जुटने की खबरें सही नहीं है और 28 अगस्त को यह मामला हल होने के बाद अब उस जगह पर कुछ नया नहीं हुआ है.

भारत को उम्मीद- शांति के खिलाफ कुछ भी नहीं करेगा चीन

जब रवीश कुमार से यह पूछा गया कि क्या चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का यह बयान कि चीन की सेना को युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए एक भड़काऊ बयान है और क्या यह डोकलाम के संदर्भ में दिया गया है, तो उन्होंने कहा कि भारत को उम्मीद है कि चीन ऐसा कुछ भी नहीं करेगा, जिससे इस क्षेत्र में शांति पर कोई नकारात्मक असर पडे. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी में स्विट्जरलैंड के पर्यटकों पर हमले से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत इस बात की कोशिश कर रहा है कि अस्पताल में भर्ती इन पर्यटको को जल्द से जल्द हर संभव सहायता मुहैया कराई जाए.

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विदेश मंत्रालय ने की नई शुरुआत, अब आम नागरिक भी सीधे पूछ सकेंगे सवाल

प्रवक्ता ने कहा कि भारत सरकार उनकी मदद करने की हर संभव कोशिश करेगी. इसके अलावा विदेश मंत्रालय ने आज से एक नई शुरुआत की है, जिसके तहत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पत्रकारों के ही नहीं आम लोगों के सवालों का भी जवाब देंगे. वेबकास्ट के जरिए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हर दो-तीन महीने में एक ऐसा कार्यक्रम रखेंगे, जिसमें लोग विदेश मंत्रालय से संबंधित कोई भी सवाल पूछ सकते हैं. इसका जवाब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सीधे और सरल शब्दों में देंगे. इसका मतलब यह है कि आम लोगों को भारत की विदेश नीति के बारे में जानकारी मुहैया कराई जा सके.

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