
देश के सबसे बड़े रोजगार घोटाले की कवरेज के दौरान संदिग्ध परस्थितियों में जान गंवाने वाले आजतक के विशेष संवाददाता अक्षय सिंह का रविवार को दिल्ली के निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया. शनिवार को मध्य प्रदेश में झाबुआ के पास मेघनगर में अक्षय सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. अक्षय पिछले चार दिनों से मध्य प्रदेश की अलग-अलग जगहों पर जाकर व्यापम घोटाला कवर कर रहे थे.
मध्य प्रदेश से दिल्ली लाया गया था शव
पोस्टमार्टम के बाद मध्य प्रदेश से अक्षय का शव दिल्ली लाया गया है. दोपहर करीब एक बजे शव दिल्ली पहुंचा. दोपहर दो बजे निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन समेत कई सियासी दलों के नेता निगम बोध घाट पहुंचे. सभी ने अक्षय सिंह को श्रद्धांजलि दी.
CM ने दिया SIT जांच का भरोसा
व्यापम घोटाले पर विपक्ष के गंभीर आरोप झेल रहे राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अक्षय सिंह की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए मामले की SIT जांच कराने का आश्वासन दिया है. उन्होंने आजतक से बातचीत में कहा, 'मामले की जांच में राज्य सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी. मैं आहत हूं. मध्य प्रदेश आकर रिपोर्टिंग करने वाले आजतक के पत्रकार की अचानक तबीयत बिगड़ गई, उनके साथ इंदौर के पत्रकार और कैमरामैन भी थे. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.'
संसद में उठेगा मामला
अक्षय सिंह की मौत के मामले को कांग्रेस संसद में उठाएगी. सूत्रों के मुताबिक, व्यापम घोटाले में लगातार हो रही मौतों पर राज्य सरकार के रवैये से नाराज होकर कांग्रेस ने यह फैसला लिया है.अक्षय सिंह की मौत के बाद एक बार फिर व्यापम घोटाले से जुड़े लोगों की मौतों के बढ़ते आंकड़े को लेकर बहस छिड़ गई है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जताया शोक
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी अक्षय सिंह की मौत पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्विटर के जरिए संवेदना जताते हुए कहा, 'युवा पत्रकार अक्षय सिंह की असमय मौत से मैं दुखी हूं. उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.'
'व्यापम घोटाले की CBI जांच से परहेज नहीं'
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि व्यापम घोटाले की जांच हाईकोर्ट के अंतर्गत है इसलिए उनकी सरकार इसमें कोई फैसला नहीं ले सकती. उन्होंने कहा कि इस घोटाले की सीबीआई जांच से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. हालांकि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि सीएम जनता को भ्रमित कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'सीएम को सीबीआई जांच के लिए बस एक चिट्ठी लिखने की जरूरत है.'
सीएम चौहान ने कहा कि 4-5 दिन पहले तक यानी नरेंद्र कैलाश सिंह तोमर और राजेंद्र आर्य की मौत से पहले तक किसी भी आरोपी की मौत पर परिजनों ने संदिग्ध मौत की शिकायत नहीं की. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने एकाएक मीडिया में इस बात को उछाला है.
कांग्रेस और AAP ने लगाए आरोप, स्वतंत्र जांच की मांग
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने पत्रकार अक्षय सिंह की मौत पर संवेदना प्रकट की. साथ ही उन्होंने कहा कि संवाददाता की मौत संदिग्ध है. दिग्विजय ने सवाल उठाते हुए कहा, 'शनिवार सुबह 8 बजे अक्षय जब इंदौर से झाबुआ रवाना हुए थे तब वो स्वस्थ थे. फिर अचानक दो मिनट के अंदर उनके मुंह से झाग कैसे निकलने लगे? ट्विटर पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने इस सिलसिले में अक्षय को आगाह भी किया था.'
बढ़ रहा है मौतों का आंकड़ा
बता दें कि व्यापम घोटाले में अब तक आधिकारिक रूप से 25 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है. ये सभी मौतें संदिग्ध परिस्थितियों में ही हुई हैं. पिछले महीने भी दो दिन के अंतराल में लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से एक आरोपी जेल में बंद था. वहीं, इस मामले में कांग्रेस समेत दूसरी पार्टियों का दावा है कि मौत का आंकड़ा 40 से भी ज्यादा है.