
इंडिया टुडे कर्नाटक पंचायत में कांग्रेस नेताओं को कई सख्त सवालों का सामना करना पड़ा. 'क्या कर्नाटक पर कब्ज़ा बरक़रार रख पाएगी कांग्रेस?’ इस सत्र में लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने कांग्रेस का पक्ष रखा.
सत्र का संचालन कर रहे इंडिया टुडे समूह के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई ने वीरप्पा मोइली से सवाल किया, 'पीडब्ल्यूडी कॉन्ट्रैक्टर कांग्रेस टिकट वितरित कर रहे हैं, यह आपके ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया.'
इसकी सफाई में वीरप्पा मोइली ने कहा, 'ट्वीट में यही कहा गया था कि किसी पीडब्ल्यूडी ठेकेदार को टिकट नहीं दिया जा सकता. ट्वीट आउटसोर्स किया जाता है, वेरिफिकेशन के बाद हटा लिया गया. मैं इस ट्वीट का समर्थन नहीं करता.'
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री एम वीरप्पा मोइली के ट्विटर एकाउंट से कुछ दिनों पहले ट्वीट किया गया था कि, 'सड़क ठेकेदारों और उनके राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री के साथ गठजोड़ के द्वारा टिकट तय नहीं किया जा सकता'. बाद में इस ट्वीट का हटा लिया गया था.
कांग्रेसी हमेशा टिकट वितरण में खुद को नुकसान पहुंचाने वाला कदम क्यों उठाते हैं. मोइली अपने इलाके के लिए टिकट बांट रहे हैं, खड़गे अपने इलाके के लिए टिकट मांग रहे हैं? इस सवाल पर मोइली ने कहा, 'मैंने कभी भी किसी के लिए टिकट नहीं मांगा है. मैंने अपने बेटे को टिकट की दावेदारी से हटा लिया.'
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान से पहले राज्य की सियासी, सामाजिक और आर्थिक आबोहवा पर मंथन के लिए बेंगलुरु में 31 मार्च को सजा महामंच. यह महामंच है इंडिया टुडे ग्रुप की ‘कर्नाटक पंचायत'. इस पंचायत में राजनीति, कारोबार जगत के दिग्गजों के साथ नौकरशाह , टेक्नोक्रेट्स, जानी-मानी हस्तियां और दूसरों पर गहरी छाप छोड़ने वाली कई शख्सियतें मौजूद रहीं. बेंगलुरु के होटल ललित अशोक में आयोजित ‘पंचायत’में तमाम न्यूज़मेकर्स और डिसिज़न-मेकर्स ने कर्नाटक के लोगों पर असर डालने वाले तमाम मुद्दों पर विचार किया.