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राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट पर जो ट्वीट आते हैं, उन्हें कौन करता है? क्या राहुल गांधी खुद करते हैं? बेंगुलरु में आयोजित इंडिया टुडे कर्नाटक पंचायत के 'दि आईटी वे टु विन' विषय पर आयोजित सत्र में कांग्रेस की सोशल मीडिया एवं डिजिटल कम्युनिकेशंस हेड दिव्या स्पंदना ने इसका जवाब दिया. इस सत्र में दिव्या और बीजेपी के नेशनल आईटी हेड अमित मालवीय के बीच जबर्दस्त चर्चा हुई.
जब दिव्या से सवाल किया गया कि राहुल गांधी तरफ से कौन ट्वीट करता है, तो दिव्या ने कहा कि राहुल गांधी खुद ही करते हैं. इस पर अमित मालवीय ने कहा कि एक दूतावास में संदेश लिखते समय राहुल गांधी को मोबाइल देखकर लिखते देखा गया. वे एक संदेश नहीं लिख सकते, वे विश्वेश्वरैया का सही उच्चारण नहीं कर सकते, उन्हें लगता है कि बेंगलुरु में कई शहर हैं. वे कागज पर लिखा गया पढ़ नहीं पाते.
दिव्या ने कहा कि कांग्रेस के लोग सच बोलते हैं, लेकिन बीजेपी सोशल मीडिया के लोग झूठ बोलते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ जुड़ी नहीं रही है. उन्होंने कहा कि क्रिस्टोफर विली द्वारा पेश डॉक्यूमेंट में भी कहीं कांग्रेस का नाम नहीं है.
इस पर अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से झूठ बोल रही है; उन्होंने कहा कि कैम्ब्रिज एनालिटिका के ऑफिस में लगा कांग्रेस का सिंबल काफी कुछ कहता है. क्या कांग्रेस के अलावा हर कोई झूठ बोल रहा है? इस पर कांग्रेस नेताओं के बयान बदलते रहे हैं.
मालवीय ने कहा, 'ऐसे डॉक्यूमेंट आए हैं जिससे यह साफ होता है कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान या 2019 के चुनाव में कांग्रेस के लिए काम करने का प्रस्ताव दिया है. कांग्रेस के सोशल मीडिया पर यह जवाब दिया गया है कि वे साइको-एनालिसिस करते हैं.'
सोशल मीडिया से लेकर चुनाव तक कांग्रेस की जीत!
दिव्या स्पंदना ने कहा कि कांग्रेस सोशल मीडिया और विधानसभा चुनाव दोनों में जीत रही है. उन्होंने कहा, 'अमित शाह की वजह से हम सोशल मीडिया में चुनाव जीत चुके हैं. बीजेपी समर्थक तमाम सवाल उठा रहे थे मैं फिल्मी बैकग्राउंड से हूं, मुझे सोशल मीडिया की क्या जानकारी होगी. लेकिन राहुल गांधी का धन्यवाद कि उन्होंने मुझमें भरोसा किया.'
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान से पहले राज्य की सियासी, सामाजिक और आर्थिक आबोहवा पर मंथन के लिए बेंगलुरु में 31 मार्च को सजा महामंच. यह महामंच है इंडिया टुडे ग्रुप की ‘कर्नाटक पंचायत'. इस पंचायत में राजनीति, कारोबार जगत के दिग्गजों के साथ नौकरशाह, टेक्नोक्रेट्स, जानी-मानी हस्तियां और दूसरों पर गहरी छाप छोड़ने वाली कई शख्सियतें मौजूद रहीं. बेंगलुरु के होटल ललित अशोक में आयोजित ‘पंचायत’में तमाम न्यूज़मेकर्स और डिसिज़न-मेकर्स ने कर्नाटक के लोगों पर असर डालने वाले तमाम मुद्दों पर विचार किया.