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उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए 41 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष महादिक को बुधवार को सेना ने पुष्पांजलि अर्पित की. शहीद महादिक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उनका पार्थिर शरीर सतारा स्थित उनके घर ले जाया जाएगा.
श्रीनगर में बादामी बाग छावनी में शहीद अधिकारी के लिए आयोजित एक शोक कार्यक्रम में उनकी बहादुरी और बलिदान के लिए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. नार्दन कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुडा, सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी, जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारी और सेना के अन्य शीर्ष अधिकारियों ने उनके ताबूत पर पुष्पचक्र समर्पित किए.
कुपवाड़ा के जंगलों में हुई थी मुठभेड़
39 वर्षीय कर्नल महादिक महाराष्ट्र के रहने वाले थे. मंगलवार को घाटी में कुपवाड़ा के हाजी नाका जंगली क्षेत्र में एक अभियान के दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में उनकी अस्पताल में मृत्यु हो गई थी. कर्नल महादिक को वर्ष 2003 में पूर्वोत्तर में आपरेशन राइनो के दौरान बहादुरी के लिए सेना मेडल से सम्मानित किया गया था.
रक्षा मंत्री ने भी दी श्रद्धांजलि
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भी कर्नल संतोष महादिक को श्रद्धांजलि दी. रक्षा मंत्री ने एक संदेश में कहा, ‘हमें उनके जैसे अपने युवा अधिकारियों पर गर्व है जो आगे बढ़कर नेतृत्व करते हैं और देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण बलिदान करने में संकोच नहीं करते.’