
भारत और चीन के बीच मई में लद्दाख सीमा पर शुरू हुए तनाव के बीच अब बातचीत का सिलसिला जारी है. दोनों सेनाओं की ओर से बॉर्डर पर सैनिकों की संख्या कम करने की प्रक्रिया जारी है. बीते दिन दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक बार फिर बातचीत हुई, इस मामले में आज भारतीय सेना की ओर से बयान जारी किया गया है. दोनों देशों की ओर से तनाव कम करने पर जोर दिया जा रहा है.
भारतीय सेना ने अपने बयान में कहा है, ‘लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर बनी स्थिति को लेकर भारत और चीन सैन्य और डिप्लोमेटिक स्तर पर बातचीत कर रहे हैं. इसी कड़ी में 14 जुलाई को भारतीय सेना और PLA के कमांडर ने चुशूल इलाके के भारतीय हिस्से में चौथे राउंड की मीटिंग की.’’
बयान में आगे कहा गया, ‘’5 जुलाई को भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच जो बात हुई थी, उसी के आधार पर सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया पर बातचीत आगे बढ़ रही है. अब वरिष्ठ कमांडर ने इस दौरान सेना को वापस ले जाने की प्रक्रिया का रिव्यू किया और पहले फेज़ के बाद आगे की प्रक्रिया पर चर्चा की, ताकि सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके’’.
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बॉर्डर की स्थिति को लेकर भारतीय सेना ने कहा कि दोनों पक्ष बॉर्डर इलाके से पूरी तरह से सेना को हटाने के समझौते पर अडिग हैं. लेकिन ये प्रक्रिया जटिल है और लगातार इसका रिव्यू जरूरी है. ऐसे में इस प्रक्रिया को सैन्य और डिप्लोमेटिक लेवल पर आगे बढ़ाया जा रहा है.
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आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच मई की शुरुआत से ही बॉर्डर पर तनाव की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन 15 जून को झड़प के दौरान भारत के बीस जवान शहीद हो गए थे जिसके बाद माहौल गर्मा गया था. इस बीच लगातार सैन्य स्तर पर बातचीत हुई, बाद में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री से बात की.
इसी के बाद चीनी सेना ने बॉर्डर इलाके से अपनी सेनाओं को पीछे बुलाना शुरू कर दिया और काफी हदतक अब चीनी सेना गलवान, पैंगोंग झील इलाके से पीछे जा चुकी है. इस प्रक्रिया में चीनी सेना ने अपने टेंट, सेना का सामान और सैनिकों को पीछे किया है. हालांकि, इस दौरान भारतीय सेना लगातार चीन पर नजर बनाए हुए है.