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पाकिस्तानी जेल में भारतीय कैदी पर एक बार फिर हमला हुआ है. पाकिस्तानी जेल में बंद हामिद अंसारी की मां ने 'आज तक' से कहा कि उनके बेटे को अदालत से 3 साल की सजा हुई है जबकि वो पिछले चार साल से जेल में बंद है. उन्होंने पूछा कि सजा पूरी हो जाने के बाद हामिद को क्यों नहीं छोड़ जा रहा है?
वकील ने कोर्ट में दी हमले की जानकारी
हामिद पर जेल में हलमे की घटना 16 जुलाई 2016 की है. पेशावर की जेल में बंद कैदी हामिद नेहाल अंसारी जो कि मुम्बई के निवासी है, उनके वकील काजी मोहम्मद अनवर ने कहा की गत दो महीने में उसके मुवक्किल पर दो बार हमले हुए हैं और इस बात की जानकारी उन्होंने गुरुवार को पेशावर के उच्च न्यालय को भी दी. वकील ने कोर्ट से कहा की आप हामिद नेहाल अंसारी को ऐसे कैदी के साथ कैसे रख सकते हैं जो कि एक बच्चे की हत्या कर आया है? हामिद नेहाल अंसारी तो सिर्फ फेक आइडेंटिटी केस में बंद है.
कोर्ट ने हामिद की सुरक्षा बढ़ाने का दिया आदेश
इस पर जेल अधीक्षक मसूद उर रहमान ने कहा ने कहा, 'भारतीय कैदियों को उनके सुरक्षा कारणों से पाकिस्तानी कैदियों के साथ सामान्य बैरेक में नहीं रखा जा सकता'.
पेशावर हाई कोर्ट ने मामले का गंभीरता से लेते हुए जेलर को हामिद की सुरक्षा बढ़ाए जाने का आदेश दिया. जेल इंचार्ज ने कोर्ट को कहा कि हम पूरी कोशिश करेंगे अब दोबारा हमला ना हो. इस पर जेल अधिकारी ने कार्यवाही करते हुए ड्यूटी पर लापरवाही बरतने के कारन ड्यूटी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया. वकील अनवर ने कहा की हाई कोर्ट ने फाइनली यह माना है कि हामिद अंसारी कोई इंडियन एजेंट नहीं है, यह एक फेसबुक से एक पाकिस्तानी लड़की की दोस्ती के कारण वह आया फेक डॉक्यूमेंट्नस पर पाकिस्तान आ गया.
हामिद की मां की अपील
फर्जी पाकिस्तानी पहचान पत्र रखने के आरोप में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने हामिद अंसारी को नवंबर, 2012 में पाकिस्तान के कोहाट जिले से गिरफ्तार किया था. इस साल फरवरी में एक सैन्य अदालत ने उसे तीन साल जेल की सजा सुनाई. हामिद अंसारी की मां फौजिया अंसारी ने कहा, ‘मैं भारत और पाकिस्तान सरकार से अनुरोध करती हूं कि वे मेरे बेटे के मामले को दया की भावना से और राजनीति से ऊपर उठ कर देखें.' इस सिलसिले वह 2 अगस्त को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मिली और उनसे हामिद की रिहाई की गुहार लगाई, कोर्ट ने जेल के सुपरिटेंडेंट को निर्देश दिया कि हामिद को जेल में अलग से रहने की व्यवस्था करें और एक जिम्मेदार अधिकारी को नियुक्त करे और कम से कम दिन में तीन बार उस बैरेक का चक्कर लगाएं और कोर्ट को बताएं कि अब हालात क्या है. इस मामले की अगली सुनवाई 10 अगस्त होगी.