
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल पहले यानी 15 जनवरी 2019 को ओडिशा के बिछूपाली रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया था. आज इस रेलवे स्टेशन के हालात ऐसे हैं कि रेलवे को सिर्फ 20 रुपये प्रतिदिन की ही कमाई होती है.
आरटीआई की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि इस बिछूपाली रेलवे स्टेशन से रोजाना सिर्फ दो ही लोग यात्रा करते हैं. दरअसल, बालांगीर के एक आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत पांडा ने सूचना के अधिकार के तहत बिछूपाली रेलवे स्टेशन के खर्च और आमदनी के बारे में जानकारी मांगी थी. जिसके बाद आरटीआई रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि बालांगीर के बिछूपाली रेलवे स्टेशन पर रोजाना सिर्फ दो लोग यात्रा करते हैं. जिससे रेलवे को सिर्फ 20 रुपये की कमाई होती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 15 जनवरी को बिछूपाली रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया था. बिछूपाली और बोलंगीर के बीच की दूरी 15 किलोमीटर है. हालांकि बिछूपाली बहुत छोटा गांव हैं, 2011 के सेंसस के मुताबिक यहां की जनसंख्या सिर्फ 15 लोगों की थी.
करीब 15 किलीमीटर लंबे इस ट्रैक को बनाने में कुल 115 करोड़ रुपये की लागत आई थी. बिछूपाली से बलांगीर के बीच तीन कोच वाली दो पैसेंजर ट्रेनें चलती हैं. जिसमें एक सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर प्रस्थान करती है, जबकि दूसरी ट्रेन दोपहर 1.30 बजे चलती है.
ईस्ट-कोस्ट रेलवे के सीपीआरओ जेपी मिश्रा ने इंडिया टुडे से खास बाचतीत में बताया कि अगले साल तक इसे संबलपुर-तितलागढ़ स्टेशन से जोड़ दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आने वाले एक साल में यह लाइन सोनपुर तक बढ़ा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सोनपुर और तीतलागढ़ के बीच रेलवे लाइन के दोहरीकरण के बाद यात्रियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है.
आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत पांडा ने इंडिया टुडे से बातचीत में बताया कि उन्होंने 11 नवंबर 2019 को बिछूपाली रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या और रेलवे को फायदे के बारे में जानने के लिए आरटीआई दायर की थी, जिसके बाद जो जवाब मिला वो मेरे लिए काफी चौंकाने वाला है.