
बिहार में शराबबंदी अभियान को और अधिक सफल बनाने और शराब की तस्करी पर रोक लगाने के लिए सरकार अब इस नए तरीके को अख्तियार करने जा रही है. उत्पाद विभाग शराब की तस्करी करने वालों की सटीक सूचना देने वालों को इनाम देने की तैयारी कर रही है.
शराबबंदी को सफल बनाने की मुहिम
दरअसल बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी लागू है, इसके बावजूद शराब की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रहा. बड़े पैमाने पर बिहार में छापेमारी अभियान के दौरान शराब जब्त किए जा रहे हैं. इससे परेशान होकर सरकार ने सूबे में शराब की तस्करी करने वालों पर नकेल कसने की एक नयी योजना बना रही है. उत्पाद विभाग शराब की तस्करी रोकने के लिए एक मुहिम के तहत आम लोगों को भी इससे जोड़ने की तैयारी कर रही है.
आम आदमी के जरिये सफलता की मुहिम
उत्पाद विभाग शराब की तस्करी पर पूरी तरह नकेल कसने के लिए इनाम देने की तैयारी कर रही है. शराब बनाने वाले, शराब को रखने वालों या फिर शराब के निर्माण करने वालों की सटीक सूचना देने पर सरकार इनाम देगी. सरकार ये योजना बना रही है कि सटीक सूचना के आधार पर जब्त शराब की रकम का 20 फीसदी सूचना देने वालों को बतौर इनाम दिया जाएगा. उत्पाद विभाग के प्रवक्ता ओम प्रकाश मंडल ने कहा कि ये व्यवस्था केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और कस्टम विभाग की तर्ज पर होगा. उन्होंने कहा कि यह राशि अधिकतम दो लाख रुपये तक हो सकती है, उन्होंने कहा कि सूचना देने वालों का नाम और पता गुप्त रखा जाएगा.
सूचना देने पर इनाम का प्रावधान
शराबबंदी के बाबजूद शराब की तस्करी पर रोक लगाने के लिए सरकार अब जासूस का भी सहारा लेगी. उत्पाद विभाग के प्रवक्ता ओम प्रकाश मंडल ने कहा कि सरकार अब एक्साइज इंटेलिजेंस ब्यूरो (ईआइबी) को और मजबूत करने जा रही है और इसकी कमान पुलिस उप महानिरीक्षक पद से सेवा निवृत अधिकारी को सौंपने की योजना सरकार बना रही है. उन्होंने कहा कि उत्पाद विभाग की खुफिया शाखा पहले से काम कर रही है लेकिन योग्य पदाधिकारियों और जासूसों की कमी के कारण विभाग को सही सूचना नहीं मिल पा रही थी, उन्होंने कहा कि पद की स्वीकृति के लिए वित्त विभाग से सहमति मांगी जा रही है.
उत्पाद विभाग के प्रवक्ता ओम प्रकाश मंडल के अनुसार अगस्त महीने में मंगलवार तक सूबे में कुल 5413 छापेमारी की गई, 1014 मामले दर्ज किए गए और 1185 लोगों को गिरफ्तार किया गया, उन्होंने कहा कि इस छापेमारी अभियान में 65684 लीटर अवैध विदेशी शराब और 16530 लीटर अवैध देशी शराब जब्त किए गए.