
खुफिया एजेंसियों ने हाल की ड्रोन की घटनाओं से संबंधित एक रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी है. सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में इन घटनाओं के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताया गया है. रिपोर्ट में बीएसएफ को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं. कहा गया है कि बीएसएफ अपने क्षेत्र में किसी भी ड्रोन गतिविधि की उपस्थिति का पता लगाने में सक्षम क्यों नहीं थी.
गृह मंत्रालय ने एनआईए से पाकिस्तान की भूमिका की जांच करने को कहा है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि जो ड्रोन बरामद किया गया है, वह चीन का बना हुआ था. बुधवार को पंजाब में दो स्थानों पर ड्रोन देखे गए थे. पहले हजारीसिंह वाला गांव में 19.20 बजे और बाद में तेंदीवाला गांव में 22.10 बजे ये ड्रोन देखे गए थे.
ड्रोन में औसतन 10 किलोग्राम वजनी सामान था जो या तो विस्फोटक या हथियार का साधन था जो पाकिस्तान की ओर से तस्करी कर लाया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक यह खेप जम्मू-कश्मीर के लिए थी.
क्या है मामला?
बता दें, सुरक्षाबलों ने पंजाब के फिरोजपुर जिले में हुसैनीवाला सीमा के पास पाकिस्तानी ड्रोन उड़ता हुआ देखा था. बीएसएफ के ड्रोन देखे जाने की सूचना के बाद पुलिस ने तलाशी अभियान तेज कर दिया. ड्रोन को पाकिस्तान की तरफ से रात में उड़ान भरते देखा गया. इस ड्रोन को रात में भारतीय क्षेत्र में घुसते हुए देखा गया.
पंजाब पुलिस पिछले एक महीने के दौरान भारत-पाकिस्तान सीमा के पास बरामद किए गए दो ड्रोनों से सीमा पार से भारत में तस्करी कर लाई गई हथियारों की खेपों की पहले ही विस्तृत जांच शुरू कर चुकी है.