
जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI हवाला के जरिए हर साल करोड़ों रुपये भेज रही है. सूत्रों के मुताबिक हाल के दिनों में हिंसा का फायदा उठाकर राज्य में अशांति बढ़ाने के लिए आईएसआई ने 50 से 60 करोड़ रुपये भेजे हैं.
सूत्रों की माने तो ISI पैसे भेजने के लिए आतंकी हाफिज सईद और हिजबुल के चीफ कमांडर सैयद सलाहुद्दीन के नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा है. इसके लिए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में ISI अधिकारियों ने हाफिज और सलाहुद्दीन के साथ बैठक भी की है. बैठक में जैश का कमांडर अब्दुल रउफ भी मौजूद था.
एक साल में एक अरब रुपये आए
खुफिया सूत्रों की माने तो बीते एक साल के अंदर 100 करोड़ रुपये हवाला के जरिए घाटी में भेजे गए हैं. इतना ही नहीं बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद घाटी में हिंसा फैलाने के लिए सभी आतंकी ग्रुपों ने मिलकर 4 कमांडर बनाए हैं. पिछले 3 दिनों में सीमा पार से 5 से 6 बार घुसपैठ की कोशिश की गई है. हालांकि सुरक्षा बलों ने ऐसा नहीं होने दिया. लेकिन लश्कर के 6 आतंकियों के घाटी में घुसने की खबर मिली है.
घाटी की स्थिति और बिगाड़ने के लिए हाफिज और सलाहुद्दीन ने मिल कर एक कंट्रोल रूम बनाया है. जहां से वे घाटी के हैंडलर्स को संपर्क कर रहे हैं. खुफिया एजेंसियों ने इस बाबत कई इंटरसेप्ट पकड़े हैं.
सुरक्षा बल अलर्ट पर
सीमा पार से आतंकियों के करीब 30 से 40 इंटरसेप्ट पकड़े गए हैं. इसमें आतंकियों को सेना और सुरक्षा बलों पर ज्यादा निशाना बनाने के लिए कहा जा रहा है. आतंकियों के हैंडलर्स 'नदी में पानी ज्यादा बहाना' जैसे कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं. घाटी के लिए गुरुवार और शुक्रवार का दिन काफी अहम माना जा रहा है. खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के बाद सभी सुरक्षा बलों को अलर्ट रहने के लिए निर्देश दिए गए हैं. साथ ही घाटी में पत्तथरबाजी करने वालों पर नजर रखने के लिए हाई रेजोल्यूशन कैमरे से वीडियोग्राफी की जा रही है.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक पत्तथर बाजों के पीछे से घाटी में मौजूद आतंकी सुरक्षाबलों पर हैंडग्रेनेड से हमला कर रहे हैं.
मरने वालों की संख्या 37 हुई
बुरहान वानी के मारे जाने के बाद राज्य में भड़की हिंसा गुरुवार को भी जारी रही. कुलगाम में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों की झड़प में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है. वहीं हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है.
अमरनाथ यात्रा फिर से रुकी
राज्य में हिंसा शुरू होने के बाद से ही अमरनाथ यात्री रास्तों में फंसे हुए हैं. गुरुवार को एक बार फिर अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है. हालांकि इस बार यह यात्रा भीड़ बढ़ने की वजह से रोकी गई है. जम्मू के डिविजनल कमीशनर पवन कोतवाल के मुताबिक बालटाल में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की वजह से अमरनाथ यात्रा के लिए नया जत्था रवाना नहीं किया जाएगा.