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राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में सुबह-सुबह हुई तेज बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया. मौसम विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक सुबह 8 बजकर 30 मिनट से सुबह 11 बजकर 30 मिनट तक सफदरजंग ऑब्जर्वेटरी में 62.7 मिलीमीटर की तेज बारिश, पालम एयरपोर्ट पर 55.8 मिलीमीटर, लोधी रोड पर 58.4 मिलीमीटर और गुड़गांव में 45 मिलीमीटर की जोरदार बारिश रिकॉर्ड की गई.
बारिश की मात्रा के लिहाज से देखें तो ये मध्यम दर्जे की बारिश है, लेकिन ये बारिश महज 3 घंटे में हुई है इस लिहाज से इसको तेज बारिश कहा जा सकता है.
हरियाणा में भी हुई भारी बारिश
मौसम विभाग के डीडीजीएम बीपी यादव के मुताबिक राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में हुई जोरदार बारिश के पीछे अरब सागर से आ रही नम हवाओं के साथ-साथ वेस्टर्न डिस्टर्बेंस को जिम्मेदार माना जा सकता है. उनके मुताबिक न सिर्फ दिल्ली बल्कि हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में जोरदार बारिश दर्ज की गई है. ऐसा अनुमान है कि रुक-रुककर मध्यम दर्जे की बारिश 1 सिंतंबर की सुबह तक जारी रह सकती है, लेकिन दिल्ली एनसीआर में सुबह की तरह झमाझम बारिश होने की संभावना फिलहाल नहीं है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक राजधानी दिल्ली में बुधवार को हुई बारिश अगस्त के महीने में इस सीजन की सबसे ज्यादा बारिश है.
अभी और बारिश होने की संभावना
मौसम विभाग के उत्तरी क्षेत्र के इंचार्ज और डीडीजीएम एके शर्मा के मुताबिक दिल्ली में जोरदार बारिश की संभावना मौसम विभाग ने पहले ही जता दी थी और सुबह ही मौसम विभाग ने बारिश होने का पूर्वानुमान जारी कर दिया था. शर्मा का कहना है कि राजधानी दिल्ली के ऊपर बना बादलों का घना जमावड़ा 1 सितंबर को दोपहर तक खत्म हो जाएगा.
2 सितंबर के बाद साफ रहेगा आसमान
उसके बाद राजधानी दिल्ली के साथ-साथ उत्तर भारत के तमाम इलाकों में मानसून की बारिश में खासी कमी आ जाएगी. ऐसा अनुमान है कि 2 सिंतबर के बाद तकरीबन एक सप्ताह तक उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में आसमान साफ रहेगा और बादल नदारद.