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अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट हमला, मस्जिद पर लाल झंडा फहराकर ईरान ने किया जंग का ऐलान

कासिम सुलेमानी की हत्या के जवाब में ईरान ने युद्ध का ऐलान कर दिया है. शनिवार सुबह ईरान ने मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराकर संभावित युद्ध के लिए चेताया है. आपको बता दें कि ऐसे हालात में लाल झंडा फहराने का मतलब होता है कि युद्ध के लिए तैयार रहें या युद्ध शुरू हो चुका है.

ईरान ने युद्ध का किया ऐलान ईरान ने युद्ध का किया ऐलान
aajtak.in
  • तेहरान,
  • 04 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 9:55 AM IST

  • ईरान ने जामकरन मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराकर युद्ध की चेतावनी दी
  • हुसैन साहब ने कर्बला युद्ध के दौरान मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराया था

अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद अब ईरान ने युद्ध का ऐलान कर दिया है. शनिवार सुबह ईरान ने जामकरन मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराकर युद्ध के लिए अलर्ट किया है. बता दें कि ऐसे हालात में लाल झंडा फहराने का मतलब होता है कि युद्ध के लिए तैयार रहें या युद्ध शुरू हो चुका है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है, जब ईरान ने इस तरह से मस्जिद पर लाल झंडा फहराया है. 

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कोम स्थित जामकरन मस्जिद के डोम पर आमतौर पर धार्मिक झंडे फहराए जाते हैं. ऐसे में धार्मिक झंडे को हटाकर लाल झंडा फहराने का मतलब युद्ध के ऐलान के रूप में लिया जा रहा है, क्योंकि लाल झंडे का मतलब दुख जताना नहीं होता है. जाहिर है कि ईरान अपने देशवासियों को उस स्थिति के लिए तैयार रहने को कह रहा है, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखा है. हालांकि ईरान और इराक के बीच युद्ध के दौरान भी लाल झंडा नहीं फहराया गया था.   

दरअसल, हुसैन साहब ने कर्बला युद्ध के दौरान मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराया था. लाल झंडा खून और शहादत का प्रतीक माना जाता है. ताजा हालात में इसका प्रयोग सुलेमानी ईरान के लिए बदले के तौर पर किया जा रहा है, जिसके लिए उन्हें शहादत के लिए तैयार किया जा रहा है. जामकारन मस्जिद को ईरान का सबसे पवित्र मस्जिद माना जाता है और यहां के युवाओं पर इसका काफी प्रभाव है.

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इराक में अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमला

वहीं, इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमला किया गया है. अमेरिकी दूतावास के भीतर रॉकेट दागे जाने के बाद अफरा-तफरी मच गई.

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सूत्रों के मुताबिक बगदाद के ग्रीन जोन में अमेरिकी दूतावास के भीतर कत्यूषा रॉकेट से हमला किया गया है. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस हमले में कितने लोग हताहत हुए हैं. इस हमले के बाद बगदाद में आसमान पर अमेरिकी विमान उड़ने लगे. अमेरिकी दूतावास पर यह हमला उस समय हुआ है, जब अमेरिका ने ईरान के टॉप कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को एयर स्ट्राइक में मार गिराया है.

ईरान ने सुलेमानी की मौत का बदला लेने का किया था ऐलान

अमेरिका की इस एयर स्ट्राइक के बाद ईरान ने अपने कमांडर सुलेमानी की मौत का बदला लेने का ऐलान किया था.

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इससे पहले ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर ने कहा था कि ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को मार कर अमेरिका ने ईरान को जवाबी कार्रवाई करने की चुनौती दी है. सुलेमानी ईरान के टॉप कमांडर थे और शुक्रवार को बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के पास हुए अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.

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सरकारी टेलीविजन ने रियर एडमिरल अली फदावी के हवाले से बताया, 'हमले के बाद शुक्रवार सुबह... अमेरिकियों ने राजनयिक प्रयास बहाल किए.' उन्होंने कहा, टअगर आप बदला चाहते हैं, तो आपको वैसा ही बदला मिलेगा, जैसा आप चाहते हैं.'

अमेरिकी हमले में ईरानी जनरल की मौत

ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) कुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए.

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आईआरजीसी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि हमले में हशद शाबी या इराकी पॉपुलर मोबलाइजेशन फोर्सेज (पीएमएफ) के डिप्टी कमांडर अबू महदी अल-मुहांदिस भी सुलेमानी के साथ मारे गए. बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट रोड पर उनके वाहन को निशाना बनाया गया.

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