
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने 2015 में विश्व शक्तियों के साथ हुए परमाणु समझौते का बचाव करते हुए कहा कि दस डोनाल्ड ट्रम्प मिलकर भी उनके देश को मिले इसके लाभ वापस नहीं ले सकते.
हसन रोहानी की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प समझौते को रद्द करने के अपने चुनावी वादे से पीछे हटते दिख रहे हैं. ट्रंप इसकी जगह ईरान के खिलाफ दूसरे उपाय करने की दिशा में बढ़ते दिख रहे हैं.
रोहानी तेहरान विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, "हमें जो लाभ मिले हैं, उन्हें वापस नहीं लिया जा सकता. उन्हें कोई वापस नहीं ले सकता, ना तो ये ट्रम्प और ना ही इनके जैसे 10 और ट्रम्प. ईरान ने समझौते के तहत अपने विवादित परमाणु कार्यक्रम पर कुछ प्रतिबंधों को स्वीकार किया है और बदले में उसे देश के तेल निर्यात सहित अन्य के खिलाफ लगे प्रतिबंधों को हटाने से लाभ मिले."
ट्रम्प के ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड तथा ईरान समर्थित शिया आतंकी समूह हिज्बुल्ला के खिलाफ नई कार्रवाई करने की संभावना है.
ट्रंप काफी लंबे समय से ईरान परमाणु समझौते की आलोचना करते रहे हैं. यह समझौता ईरान और विश्व के छह देशों ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस, अमेरिका और जर्मनी के बीच जुलाई 2015 में हुआ था.
इससे पहले ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा था कि उनका देश अमेरिका और फ्रांस की आलोचना के बावजूद अपनी बैलिस्टिक मिसाइल क्षमताओं को बढ़ाएगा. जब अपने देश की रक्षा की बात आती है तो देश को किसी की इजाजत लेने की जरूरत नहीं है.