
दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को वायुसेना के एक बर्खास्त अधिकारी को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा दिया. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वालों के साथ गोपनीय सूचनाएं साझा करने के आरोप में केके रंजीत नामक इस शख्स को दिल्ली पुलिस ने पंजाब से गिरफ्तार किया है. इसको पाकिस्तानी जासूसों ने हनी ट्रैप के जरिए फंसाया था.
दिल्ली पुलिस ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पुनीत पाहवा से कहा कि पंजाब में भारतीय वायुसेना में तैनात रहे केके रंजीत को पूछताछ के सिलसिले में दिल्ली से बाहर ले जाना है. इसके बाद अदालत ने उसे पुलिस हिरासत में दे दिया. रंजीत की पांच दिन की हिरासत मांगते हुए पुलिस ने कहा कि उसे जैसलमेर और ग्वालियर ले जाना है. हालांकि अदालत ने कहा कि इस पूछताछ के लिए चार दिन पर्याप्त हैं.
पुलिस को चला हनी ट्रैप मॉड्यूल का पता
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (क्राइम) रवींद्र यादव ने बताया कि रंजीत भारतीय वायुसेना में प्रमुख विमानकर्मी था. उसे हाल ही में बर्खास्त किया गया था. वह मूलरूप से केरल के मलाप्पुरम का रहने वाला है. सन् 2010 में वह वायुसेना से जुड़ा था. उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को हनी ट्रैप के जरिए जाल में फंसाने वाले एक मॉड्यूल का पता लगा है. इसे सीमापार के खुफिया एजेंसी का सहयोग मिलता था.
FB पर फर्जी अकाउंट बनाकर फंसाया
ये लोग सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर महिलाओं के नाम से फर्जी एकाउंट खोलते और उनसे दोस्ती करके जासूसी के लिए फंसा लेते. इस मामले में रंजीत को मैकनाट डैम नामक एंकाउट चलाने वाली महिला ने अपने जाल में फंसा लिया था. उसने बताया था कि वह ब्रिटेन में मीडिया में काम करती है. पैसे का लालच देकर उसने लेख लिखने के नाम पर वायुसेना से जुड़ी सूचनाएं मांगी.
सूचनाओं के बदले मिलता था पैसा
आरोप है कि केके रंजीत ने यूएवी और वायुसेना के विमानों के बारे में कई अहम जानकारी पहुंचाई. उसने तमाम गोपनीय तस्वीरें भी मुहैया करवाईं. इसके एवज में खुफिया एजेंसी ने उसके खाते में पैसे भी डलवाए. वह 2010 से लेकर 2013 तक दिल्ली में पोस्टेड था. उसने 26 जनवरी 2011 की परेड में भी हिस्सा लिया था. पता लगाया जा रहा है कि कहीं उसने उससे जुड़ी कोई जानकारी तो नहीं दे दी.