
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की संभावित घुसपैठ की खुफिया जानकारी के बीच सरकार ने गुरुवार कहा कि आतंकवादी संगठन ISIS देश में एक अकेले आतंकवादी का इस्तेमाल करके हमला कर सकता है. सरकार ने कहा कि आतंकी संगठन की मंशा देश में हिंसा फैलाने की है, लेकिन ऐसे नापाक इरादों को रोकने के लिए कुछ कदम उठाए गए हैं.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने 'इंडिया टुडे टेलीविजन' पर कार्यक्रम ‘टू द प्वॉइंट’ में करण थापर से कहा, 'चुनौतियां मौजूद हैं. हमें यह स्वीकार करना होगा कि यह एक वास्तविकता है. खतरा है.' उन्होंने यह बात 2008 मुंबई आतंकवादी हमले की सातवीं बरसी पर ISIS द्वारा एक अकेले आतंकवादी का इस्तेमाल करके भारत में हमला करने की आशंका के बारे में पूछे गए सवाल का उत्तर देते हुए कही.
दक्षिण राज्यों के मुसलमान हो रहे हैं आकर्षित
कार्यक्रम के दौरान रिजिजू ने कहा कि उत्तर भारतीय राज्यों के मुस्लिमों की तुलना में दक्षिणी राज्यों के मुसलमान आईएसआईएस की विचारधारा की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं. उन्होंने कहा, 'यह एक वास्तविकता है. दक्षिण भारतीय मुस्लिम आईएसआईएस के प्रति आकर्षित हो रहे हैं. यह एक तथ्य है, लेकिन हमें देश के अन्य हिस्सों में अपनी निगरानी कमजोर नहीं करनी चाहिए.'
रिजिजू ने कहा कि 2008 मुंबई आतंकवादी हमले के बाद सरकार सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने में सफल रही है. यह पूछे जाने पर कि सरकार आईएसआईएस की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है, मंत्री ने कहा, 'जिससे भी देश की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न होता है, उसे गंभीरता से लिया जाता है. गृह मंत्रालय को देश और जनता को सुरक्षा प्रदान करना है.'
निगरानी में हैं कुछ वेब पोर्टल
जम्मू-कश्मीर में आईएसआईएस के झंडे लहराए जाने की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर रिजिजू ने कहा कि वे छिटपुट घटनाएं थीं और उनका प्रसार पूरे राज्य या देश में नहीं था. उन्होंने कहा, 'आईएसआईएस का प्रचार करने की कुछ वेब पोर्टल की भूमिका निगरानी में है, लेकिन यह गौर करना जरूरी है कि वेब पोर्टल के सर्वर भारत में स्थित नहीं हैं.'
कम हुई हैं सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं
कथित असहिष्णुता पर जारी बहस के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने उलटे सवाल किया कि ये टिप्पणियां तब क्यों नहीं की गई जब बंगलुरू और पुणे से पूर्वोत्तर के लोगों की बड़े पैमाने पर वापसी हुई. या तब क्यों नहीं हुईं जब अरूणाचल प्रदेश के छात्र की दिल्ली की सड़कों पर बेरहमी से पीट पीटकर हत्या कर दी गई. या फिर तब जब किसी ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कहा कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिल सकती है. उन्होंने कहा कि एनडीए के मई 2014 में सत्ता में आने के बाद से सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं में कमी आई है.
गृह मंत्रालय के पास खुफिया इनपुट
दूसरी ओर, गृह मंत्रालय को मिली ताजा खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, ISIS ने पेशावर से 30 लोगों की टोली पाक अधिकृत कश्मीर बुलाई है, जो आतंकियों को घुसपैठ में मदद करेगी. यही नहीं, खबर है कि घाटी में हाल ही जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन की एक संयुक्त बैठक भी हुई है. बताया जाता है कि इस बैठक में तीनों आतंकी संगठनों ने नए सिरे से घुसपैठ की योजना बनाई है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि IS पाकिस्तान से आतंकवादियों को कश्मीर पहुंचाने में मदद कर सकता है.