
बांग्लादेश की राजधानी ढाका के हाई सिक्योरिटी इलाके गुलशन रोड में शुक्रवार की रात हथियारबंद आतंकियों ने 26/11 मुंबई हमले की तर्ज पर ही दहशत फैलाने की कोशिश की थी. ट्राइडेंट की तरह ही ढाका के होली आर्टिसन बेकरी में घुसकर विदेशियों को बंधक बनाने की कोशिश में सात में 6 आतंकी ढेर हो गए और एक को पकड़ लिया गया.
रेस्टोरेंट में रात का खाना का रहे राजनयिक, विदेशी नागरिक और स्थानीय इलीट लोगों को अचानक 20 मिनट तक अंधाधुंध गोलीबारी और बाद में कुछ धमाके झेलने पड़े. कई लोगों ने यहां भी जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूदने की कोशिश की.
'अल्लाह हु अकबर' का नारा लगा रहे थे आतंकी
चश्मदीदों ने बताया कि सभी आतंकवादी 'अल्लाह हु अकबर' का नारा लगाते हुए रेस्टोरेंट में घुसे थे. उन्होंने लोगों से कुरान से जुड़ी आयतों के बारे में पूछने के बाद टॉर्चर करने की शुरुआत की. बांग्लादेश पुलिस ने रातभर आतंकियों से बातचीत की, लेकिन यह कोशिश कगामयाब नहीं हो पाई.
रात भर करते रहे आतंकियों के सरेंडर का इंतजार
रैपिड एक्शन बटालियन के प्रमुख बेनजीर अहमद ने कहा कि बंधकों को शांतिपूर्वक छुड़ाने की कोशिश शनिवार सुबह तक की जाती रही. सुरक्षाबलों ने रात भर आतंकवादियों से आत्मसमर्पण करने के लिए कहा. उनकी आवाज आतंकियों ने अनसुनी कर दी. इसके बाद सुरक्षा बलों ने सुबह ज्वाइंट ऑपरेशन के मद्देनजर कमांडो को उतारने का फैसला किया.
रेस्टोरेंट में घुसे थे 100 कमांडो
रेस्टोरेंट में 100 कमांडो घुसे. आसपास के लोगों को घरों से निकलने से मना किया गया. मुठभेड़ में लगातार गोलीबारी और कुछ धमाकों के बाद आखिरकार 6 आतंकी को ढेर कर एक को पकड़ लिया गया. आरएबी के मिजनुर रहमान ने बताया कि कमांडो ऑपरेशन में एक विदेशी समेत कई लोगों को छुड़ा लिया गया. सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस्लामिक स्टेट ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली. बांग्लादेश पुलिस और अमेरिका की ओर से आईएस के शामिल होने की फिलहाल पुष्टि नहीं की गई है. शनिवार सुबह लगभग 10 बजे कमांडो ऑपरेशन और बचाव कार्य खत्म हो गया. इस दौरान तीन बम भी निष्क्रिय किए गए.
रोका गया लाइव प्रसारण
मुंबई हमले के बाद लाइव प्रसारण को लेकर हुए विवाद से बचने के लिए ढाका में पहले ही एडवाइजरी जारी कर स्थानीय मीडिया को इससे बचने के लिए कहा गया. हमले और जवाबी कार्रवाई पर प्रधानमंत्री शेख हसीना खुद नजर रख रही थीं. उन्होंने बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि रमजान के दिनों में हत्या करने वाले कैसे मुसलमान हो सकते हैं? ये आतंकी तो धर्म और इंसानियत के दुश्मन हैं.