
हरियाणा में दो दलित बच्चों को जलाने की घटना की व्यापक तौर पर हुई निंदा , पंचायत चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम योग्यता तय करना और उसे उच्चतम न्यायालय का समर्थन मिलना, ट्वीटर पर रहने वाले मंत्री अनिल विज का विवाद में आना और गो संरक्षण के लिए सख्त कानून बनाना यह कुछ महत्वपूर्ण घटनाक्रम हैं जो 2015 में हरियाणा में सुखिर्यों में रहे.
इनके अलावा अन्य प्रमुख घटनाओं जिन्होंने सुर्खियां बटोरीं, वे हैं स्कूली पाठ्यक्रम में गीता को शामिल करने का राज्य सरकार का कदम, विपक्ष द्वारा कथित धान घोटाले को उठाना, दलितों से संबंधित और घटनाएं, वरिष्ठ आईएएस अफसर अशोक खेमका के खिलाफ आरोप पत्र को वापस लेना, केंद्र की प्रमुख योजना ‘बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओं’ अभियान को शुरू करना और योग गुरू रामदेव को अपना ब्रांड अम्बैसडर बनाना शामिल है.
गुरमीत राम राहीम सिंह रहे चर्चित
सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम राहीम सिंह भी अभिनेता के तौर पर अपना नया अवतार पेशकर चर्चा में रहे. वे अपनी बनाई फिल्म ‘एमएसजी: द मैसेंजर’ और इसके सीक्वल में दिखे. प्रमुख विपक्षी दल आईएनएलडी और कांग्रेस ने बिजली, किसान, कर्मचारी, अतिथि शिक्षकों और राज्य में खराब होती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कथित तौर पर विफल होने पर सरकार पर हमले किए. विपक्ष ने तीखे हमले कर सत्ताधारी पार्टी को ‘अनुभवहीन’ और ‘अकुशल’ करार दिया लेकिन इसके बावजूद पहली बार विधायक और पहली बार ही मुख्यमंत्री बने मनोहरलाल खट्टर की अगुवाई में सरकार ने पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त प्रशासन देने की कोशिश की.
विजेंद्र सिंह के पेशेवर मुक्केबाजी से हुई हैरानी
सरकार ने ई-प्रशासन के संबंध में विभिन्न पहलें लागू कीं जिनका लक्ष्य लालफीताशाही को कम करना था ताकि भ्रष्टाचार को कम करने में मद्द मिल सके और समयबद्ध तरीके से नागरिक केंद्रित सेवा दी जा सके. खेल के मोर्च पर, भिवानी से आने वाले, देश के जाने माने मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने जून में पेशेवर मुक्केबाजी में जाने के अपने फैसले से कईयों को हैरान कर दिया. इस साल के शुरू होने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की जबकि साल का अंत खट्टर के लिए खुश खबरी लेकर आया जब उच्चतम न्यायालय ने राज्य में पंचयात चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता तय करने वाले कानून की संवैधानिक वैधता का समर्थन किया.
खेल मंत्री विज ट्वीटों के जरिए रहे खबरों में
स्वास्थ्य और खेल मंत्री विज भी इस साल अपने बड़ बोले ट्वीटों के जरिए खबरों में रहे. एक बार तो उन्होंने अपनी सरकार और खट्टर को ही शर्मिंदगा कर दिया. मुश्किल से ही कोई दिन गुजरता था जब अंबला छावनी से पांच बार के विधायक खबरों में न रहते हों. उन्होंने नेहरू गांधी परिवार पर हमला बोला, हरियाणा में राबर्ट वड्रा की कंपनी के जमीन सौदों को लेकर उनपर हमला किया गया. महिला आईपीएस अधिकारी से तकरार की और गाय को राष्ट्र पशु घोषित करने के लिए एक ऑनलाइन अभियान शुरू किया.
गो संरक्षण कानून हुआ पास
मार्च के महीने में विधानसभा द्वारा पारित किया गया हरियाणा का गो संरक्षण कानून राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद नवंबर में लागू हुआ. इसके तहत राज्य में गाय की तस्करी करना, वध करना और गाय का मांस खाना प्रतिबंधित है. इसका वध करने पर तीन से 10 साल तक की कैद हो सकती है. मध्य अक्तूबर में गौमांस पर खट्टर की कथित टिप्पणी से बड़ा विवाद उत्पन्न हो गया. खट्टर ने मई के महीने में गुड़गांव में वड्रा की कंपनियों सहित अन्य कंपनियों को लाइसेंस देने की जांच करने के लिए न्यायाधीश एनएन ढिंगरा आयोग गठित किया. बहरहाल अक्तूबर के अंत में जब सरकार अपनी पहली सालगिराह मानने के करीब थी तभी दो दलित बच्चों को जिंदा जला देने की घटना ने देश को हिला दिया. वहीं सोनिपत के गोहाना में हुई अन्य दलित किशोर की मौत ने भी लोगों को स्तभ किया.