बिहार में चुनाव चौथे चरण की ओर बढ़ चला है इसी के साथ विभिन्न दलों के नेताओं के बीच हमले भी तेज हुए हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला तो जवाब देने के लिए उतरे केंद्रीय वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली. जेटली ने लालू और नीतीश के गठबंधन को लेकर निशाने पर लिया और कहा कि बिहार की जनता ने बदलाव का मूड बना लिया है और भाजपा भारी बहुमत से बिहार में सरकार बनाने जा रही है.
आज तक के साथ विशेष बातचीत में जेटली ने कहा कि- 'जिस तरह का रेसपॉन्स हमें मिल रहा है उससे एक बात साफ है कि हमें बड़े मार्जिन से जीत मिलेगी. बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलने जा रहा है और बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाएगी.'
जेटली ने कहा- 'बिहार के लोग महात्वाकांक्षी हो चुके हैं.
वहां का युवा खोए हुए
अवसर को वापस पाना चाहता है. इस बार बहुत बड़ी आबादी जाति धर्म हर चीज से ऊपर उठकर वोटिंग कर रही है.'
नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए जेटली ने कहा कि बेहतर होगा कि वे बिहार में
जंगलराज वापल ना लाएं क्योंकि उन्होंने जंगलराज के निर्माताओं के साथ गठबंधन कर लिया है. इसलिए बिहार की जनता को लगता है कि वे बिहार की राजनीति को जंगलराज की तरफ ले जाना चाहते हैं. और ये बिहार की जनता के साथ विश्वासघात है.
नीतीश के आरोपों पर जेटली ने कहा कि देश तेजी से विकास कर रहा है वे उसकी चिंता ना करें. वे बिहार के विकास की चिंता करें.
महंगाई पर नीतीश के आरोपों पर जेटली ने कहा- '50 चीजों की कीमतों में कमी आई है. पेट्रोल, डीजल, तेल, चावल, मेटल, खनिज आदि की कीमतें कम हुई हैं. एक चीज की कीमतें जमाखोरी के चलते बढ़ी लेकिन उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है वही भी कम होनी शुरू हो जाएगी.'
जेटली ने कहा, 'उन्होंने विकास का मुद्दा छोड़ दिया और
फर्जी मुद्दे उठाने की कोशिश कर रहे हैं. हमने कभी आरक्षण को कम किया नहीं. दुनिया देख रही है कि भारत तेजी से विकास करती हुई अर्थव्यवस्था है.
नीतीश के साथी कांग्रेस की जब सरकार थी तब देश में भ्रष्टाचार था अब भ्रष्टाचार खत्म हो गया. देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है. ये सब उनको नहीं दिखता. उनको बिहार की तरह हर जगह जंगलराज ही पसंद आता है.'
बीजेपी के ही सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के आरोपों से जुड़े सवाल के जवाब में जेटली ने कहा कि मैं इन सवालों के जवाब देने की आवश्यकता नहीं मानता.