
आतंकी खतरे के बीच अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू कश्मीर में तैयारियां पूरी हो चुकी है. इस साल की अमरनाथ यात्रा पिछले साल की अमरनाथ यात्रा से सुरक्षा के लिहाज से काफी अलग होगी क्या है. इस बार अमरनाथ यात्रा से जुड़ी हुई तैयारियां उस पर नजर डालते हैं.
1.अमरनाथ यात्रा पर ख़ुफ़िया एजेंसियों और खतरे को देखते हुए इस बार तकनीक के आधार पर पूरे यात्रा रूट को सुरक्षित करने का प्लान तैयार हुआ है. अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों का अहम फैसला ये हुआ है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल 17 फीसदी ज्यादा सुरक्षा बलों की तादाद बढ़ाई जा रही है. पिछले साल 204 कंपनियां सुरक्षा बलों की थी उन्हें 2018 में बढ़ा कर 238 कंपनिया कर दिया गया है.
2. इस साल एसपी स्तर के अधिकारियों द्वारा अर्धसैनिक बलों के कंपनियों की अगुवाई की जाएगी.
3.1364 हेल्पलाइन नंबर लोगों की मदद के लिए बनाया गया है.
4.आरएफ आईडी कार्ड वाहनों में लगा होगा जिससे वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी.
5.अमरनाथ यात्रा के संवेदनशील जगहों पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी.
6.मौसम की जानकारी के लिए डॉप्लर रडार से ली गई जानकारी हर 3 घंटे में सभी यात्रियों को रेगुलर बेसिस पर दी जाएगी.
7.टेलीफोन कनेक्टिविटी के लिए आर्मी ने ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिये बीएसएनएल की लाइन अमरनाथ गुफा तक बिछाई है "प्रोजेक्ट क्रांति" के तहत यात्रियों को कनेक्टिविटी दी जाएगी.
8. प्राइवेट व्हीकल पर आतंकी खतरे से निपटने और उस पर नज़र रखने के लिए उसको अलग से कार्ड दिया जाएगा.
9. यात्रा को कॉन्वॉय जवाहर टनल से 1.30 बजे के बाद नहीं जाने दिया जाएगा.
10.NDRF की 4 टीमें और 200 जवान तैनात किए गए हैं. जिसने 21 जून से 25 जून के बीच में प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए मॉक ड्रिल भी किया है. इनके पास आपदा से निपटने के आधुनिक साज़ो सामान मौजूद है.
11. NSG कमांडो को स्टैंडबाई पोजीशन में रखा जा रहा है हॉस्टेज की स्थिति में NSG के कमांडो ऑपरेशन करेंगे.
12. अमरनाथ यात्रा का रास्ता पहले से तय होगा कोई डायवर्जन नही किया जाएगा. ROP के टाइम में ही यात्री कश्मीर में दूसरी जगह जा सकते हैं. उसके बाद नहीं जा पाएंगे.
13. बालटाल, चंदनवाड़ी, और नूनवन में फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों को तैनात किया गया है.
14. जम्मू कश्मीर पुलिस की माउंटेन रेस्क्यू टीम 10 जगहों पर तैनात की गई है.
15. पांच मुख्य जगहों पर LED वेदर डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया है. जिससे यात्री हर समय मौसम के बारे में जानकारी लेते रहें.
16. मेडिकल कैंप और एम्बुलेंस की खास सुविधा इस बार दी गई है कुछ जगहों पर क्रिटिकल केअर इक्विपमेंट लगाए गए हैं.