
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला से मुलाकात के बाद अब पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती अपनी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करने वाली थीं. सोमवार को वेद महाजन के नेतृत्व में पीडीपी प्रतिनिधिमंडल को श्रीनगर जाने और महबूबा मुफ्ती से मिलने की इजाजत भी मिल गई थी, लेकिन पीडीपी नेताओं ने महबूबा मुफ्ती के साथ बैठक का फैसला रद्द कर दिया. पीडीपी प्रतिनिधिमंडल में 15 से 18 लोग शामिल होने वाले थे. यह मुलाकात सोमवार सुबह 11 बजे श्रीनगर में होनी थी, लेकिन अब नहीं हो पाएगी.
आज फारूक-उमर से मिले NC नेता
वहीं, श्रीनगर में नजरबंद पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने आज यानी रविवार को मुलाकात की. इस मुलाकात की इजाजत राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दी थी. फारूक और उमर को 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 पर फैसले के बाद से नजरबंद किया गया है.
370 हटने के बाद से हैं नजरबंद
घाटी से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती को नजरबंद रखा गया है . उन्हें किसी से मिलने की अनुमति नहीं है. बता दें कि फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर स्थित अपने आवास पर नजरबंद हैं, जबकि उमर अब्दुल्ला को स्टेट गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया है.
जम्मू में नेताओं की नजरबंदी खत्म
मालूम हो कि 2 अक्टूबर को जम्मू में सभी राजनीतिक नेताओं की नजरबंदी खत्म कर दी गई थी, लेकिन कश्मीर में अभी भी नेताओं को नजरबंद रखा गया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) जैसे राजनीतिक दलों के नेताओं को जम्मू में रिहा कर दिया गया. 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को रद्द करने के बाद एहतियातन इन नेताओं को नजरबंद किया गया था.
फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद गनी लोन को अभी भी उनके घरों में नजरबंद रखा गया है.