
हंदवाड़ा नार्को टेरर केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को दी गई है.. गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से जांच को लेकर एनआईए को सौंप दिया है. इसके साथ ही एनडीपीएस एक्ट, 120-बी आईपीसी और यूएपीए के तहत नया मामला दर्ज किया गया है. एनआईए को यह मामला सौंप दिया गया है क्योंकि इसमें अंतर देश और अंतर राज्यीय प्रभाव है.
गौरतलब है कि हंदवाड़ा पुलिस ने 11 जून को पाकिस्तान स्पॉन्सर नार्को टेरर मॉड्यूल का खुला किया था और तीन आतंकी गिरफ्तार किए गए थे. उनके पास से 21 किलो हेरोईन, 1.34 करोड़ हार्ड कैश और 1 कैश काउंटिंग मशीन को बरामद किया था. यह मॉड्यूल आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ काम कर रहा था.
फैक्ट चेक: जम्मू-कश्मीर के निलंबित डीएसपी देविंदर सिंह के जेल से रिहा होने का दावा गलत
पकड़े गए आतंकियों के मददगारों की पहचान मोमिन पीर, इस्लाम-उल-हक पीर और सैयद इफ्तिकार इंद्राबी के रूप में हुई थी. ये तीनों हंदवाड़ा के ही रहने वाले हैं. ये सभी आतंकियों को मदद पहुंचाने के साथ ही घाटी के युवाओं की जिंदगी में जहर घोलने का काम करते थे.
हंदवाड़ा के एसपी जीवी संदीप चक्रवर्ती ने कहा था कि हंदवाड़ा पुलिस ने पाकिस्तान प्रायोजित नार्को टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया. हमने लश्कर के 3 आतंकी समर्थकों को गिरफ्तार किया है. आतंकियों के पास से 21 किलो हीरोइन जिसकी की कीमत लगभग 100 करोड़ है और 1.34 करोड़ रूपय बरामद किए गए हैं.
यूपी ATS को बड़ी कामयाबी, जम्मू से आतंकी गतिविधि में शामिल शख्स गिरफ्तार
एसपी जीवी संदीप ने कहा था कि आतंकी इस पैसे से लश्कर के आतंकवादियों की मदद कर रहे थे. ड्रग डीलरों और आतंकवादियों के बीच संबंध उजागर हुए हैं. यह एक बहुत बड़ा हवाला रैकेट है. मुख्य आरोपी इफ्तिखार अंद्राबी है. वह एक बड़ा ड्रग स्मगलर है.