
कश्मीर में हुर्रियत नेताओं के नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले कश्मीरी युवक के वायरल वीडियो पर केंद्रीय मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह का कहना है कि घाटी के युवा कामयाबी चाहते हैं और कथित आजादी के नाम पर अपने बच्चों को भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देना चाहते और यह विरोध उसी का परिणाम है.
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने कहा कि कश्मीर का युवा आगे बढ़ चुका है. आजादी के बाद की यह तीसरी पीढ़ी है. पिछले 3-4 वर्षों में जो प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अनेक मौके और आयाम युवाओं को मिले हैं. जम्मू-कश्मीर का युवा भी इससे वंचित नहीं रहना चाहता है.
बच्चों की पढ़ाई से खिलवाड़ नहीं
उन्होंने आगे कहा कि बड़ी संख्या में घाटी के युवा सिविल सर्विस और आईआईटी में आ रहे हैं. इन युवाओं की कामयाबी पर राज्य के वंचित युवा सवाल पूछने लगा है कि यह कैसी तथाकथित आजादी की जंग है. यहां गरीब के बच्चे को पत्थरबाजी के लिए उकसाया जाता है और यह तथाकथित नेता जो आजादी की बात करते हैं वो अपने बच्चों को अच्छे शिक्षण संस्थानों में पढ़ा रहे हैं.उन्होंने कहा कि हर जगह बढ़िया से बढ़िया शिक्षा की व्यवस्था है. सरकारी नौकरी उपलब्ध है. ऐसी दोहरी नीति अब नहीं चल सकती. यह रियल टाइम वर्ल्ड है. ज्यादा दिन यह बातें चल नहीं सकती. धीरे-धीरे यह लोग बेनकाब हो रहे हैं.
हुर्रियत नेताओं पर कार्रवाई करने और उनकी सुरक्षा हटाने की बात पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि संवेदनशील मुद्दों को सार्वजनिक नहीं किया जाता, लेकिन पूरी दुनिया जानती है. कश्मीर के युवा और कथित अलगाववादी नेता भी जानते हैं कि से 3-4 साल में कितना अंतर आया है. उनकी सुविधाओं में भारी कटौती की गई है बल्कि एनआईए में केस चल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इनके कई लोग जेल में बंद हैं. पहले और वर्तमान स्थिति में काफी अंतर आ गया है. वहां पर निर्णायक कार्रवाई हो रही है जो पहले कभी नहीं हुई और इस वजह से इन लोगों में झटपटाहट है. हवाला को लेकर आतंकवाद को लेकर जिस प्रकार की कार्रवाई हुई है पहले कभी नहीं हुई.
अच्छी नीयत से किया गया संघर्ष विराम
सीमापार पर संघर्ष विराम के उल्लंघन पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र ने कहा कि यह कंडीशनल सीजफायर था. रमजान के महीने में एक अच्छी नियत के साथ यह सब किया गया था. अच्छी सोच के साथ यह किया गया था. अगर आप एक सच्चे मुसलमान हैं और रोजा रखते हैं तो बुरा ना कहो बुरा ना सोचें. किसी को नुकसान न पहुंचाएं. जिस तरह से आपने देखा कि सीमापार से हो रही फायरिंग पर हमने जवाबी कार्रवाई की.
पत्थरबाजी की शुरुआत पर उन्होंने कहा कि उसका जवाब उसी प्रकार से दिया जा रहा है जिस प्रकार से दिया जाना चाहिए. पत्थरबाजी का जवाब पत्थरबाजी की तरीके से ही दिया जा रहा है. आतंकवादी के साथ आतंकवादी की तरह सुलूक किया जाएगा.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह के 2 दिन के कश्मीर दौरे पर जितेंद्र सिंह का कहना है कि मोदी सरकार कश्मीर में शांति के लिए प्रयासरत है. इसी सिलसिले में यह दौरा हो रहा है.