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हरियाणा में जाट आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है. लाख कोशिशों के बाद भी इसपर लगाम नहीं लग पा रही है. आदोलनकारियों ने जींद में पुलिस स्टेशन को फूंक दिया. वहीं रोहतक में हथियार और लाठी के साथ निकले इनके जुलूस ने रास्तों में पड़ने वाले घरों पर पत्थरबाजी की.
सीएम की दोबारा अपील भी बेअसर
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने शांति बनाए रखने की दोबारा अपील की. इसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. आंदोलन के और भड़कने के बाद पांच शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. सेना ने फ्लैग मार्च भी निकाला. इसके बावजूद हालात सामान्य नहीं हो पा रहे.
केजरीवाल ने की राजनाथ और खट्टर से बात
जाट आंदोलन से दिल्ली पर होते असर के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से बात की. दोनों ने ही केजरीवाल को भरोसा दिलाया है कि सेना को जल्द मुनक नहर भेजा जाएगा. इसके बाद दिल्ली को पानी की सप्लाई में कोई दिक्कत नहीं होगी. केजरीवाल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
कुल 129 मामले दर्ज
हरियाणा के डीजीपी वायपी सिंघल ने इस बारे में बताया कि आंदोलन में हुई
हिंसा और आगजनी के मामले में कुल 129 केस दर्ज किए गए हैं. उन्होंने कहा कि
सेना के फ्लैग मार्च के बाद हालात में सुधार हुए हैं. सिंघल ने प्रदेश के
लोगों से शांति व्यवस्था बनाने और बनाए रखने में सहयोग की अपील की.
उन्होंने रोहतक में पुलिस इंतजामों के फेल होने की बात कबूली. उन्होंने
इंटेलिजेंस फेल होने की बात से इनकार किया. इस बीच झज्जर में कृषि मंत्री ओपी धनखड़ के आवास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया.
राज्यपाल का कार्यक्रम रद्द
जाट आंदोलन के चलते गुड़गांव में तय राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी का
कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. राज्यपाल को शांति रिट्रीट के समारोह में
शामिल होना था. जाट आरक्षण आंदोलन की वजह से गुड़गांव के साइबर सिटी पर
सबसे अधिक पड़ा है. इसके चारों ओर जाम लगा दिया गया है. शहर के मुख्य
चौराहों पर आंदोलनकारी डटे हुए हैं. गोहाना रोड में बड़ी संख्या में महिला
आंदोलनकारी सड़क पर उतर गई हैं.
दिल्ली तक पहुंची आंदोलन की आग
हरियाणा में आरक्षण की मांग रहे कर रहे जाट आंदोलन ने हिंसक रुख अख्तियार कर लिया है. जाट आरक्षण आंदोलन की आग दिल्ली तक पहुंच गई है. प्रदर्शनकारियों ने नरेला के पास एन एच 1 को जाम कर दिया. दिल्ली यूनिवर्सिटी में जाट आरक्षण संघ से जुड़े छात्रों ने प्रदर्शन किया.
दिल्ली के 60 फीसदी इलाकों में असर
आरक्षण मांग रहे जाट आंदोलनकारियों ने दिल्ली में हाईवे जाम कर दिया. मौके पर खबर के लिए पहुंचे मीडियाकर्मियों पर हमला किया. मुनक नहर बंद कर दिए जाने से दिल्ली में पानी की सप्लाई प्रभावित हो गई. मामले पर दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि दिल्ली के 60 फीसदी इलाकों में इससे पानी मिलने में दिक्कत होगी. उन्होंने कहा कि हम हरियाणा सरकार के संपर्क में लगातार बने हुए हैं.
दिल्ली में पानी का संकट बढ़ा
हरियाणा की ओर से पानी रोके जाने से चंद्रावल और वजीराबाद प्लांट में पहले से ही कम क्षमता पर हो रहा काम बुरी तरह असर पड़ा है. जाट आंदोलन और पानी में आमोनिया की मात्रा बढ़ने से हैदरपुर, द्वारका, नांगलोई और बवाना पर भी असर पड़ा है. जाट आरक्षण आंदोलन के दिल्ली की तरफ बढ़ते कदम के बाद दिल्ली-एनसीआर की सभी बॉर्डर सील कर दिया गया है.
सेना के हवाले किए गए आठ जिले
हरियाणा के आठ जिलों को सेना के हवाले कर दिया गया है. भिवानी में सेना के जवानों ने फ्लैग मार्च निकाला. आंदोलन की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है. रोहतक और भिवानी में कर्फ्यू लगा दिया गया है. कई जगहों पर आगजनी की खबर है. जींद में एक रेलवे स्टेशन फूंक दिया गया.
नहर रोकी, गन लूटे, चार की मौत
सरकार की पेशकश को ठुकरा चुके जाट नेताओं ने आंदोलन खत्म करने से इनकार कर दिया है. उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. जाटों ने मुनक नहर का पानी रोक दिया. इससे सीधे तौर पर दिल्ली की सप्लाई प्रभावित होगी. आंदोलनकारियों ने रोहतक में हरियाणा सरकार के एक मंत्री के स्कूल और एक मॉल में आग लगा दी. झज्जर में एसडीएम ऑफिस में तोड़फोड़ की गई. इसके अलावा रोहतक में गन हाउस में हमला कर हथियार और गोलियां लूट ली गई.
रेलवे को दो सौ करोड़ रुपये का नुकसान
रेलवे मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक आंदोलन की वजह से रेलवे को रोजाना दो सौ करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. हरियाणा से गुजरने वाली ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. सड़क मार्ग भी हरियाणा से गुजरने वालों को रोका गया है. हरियाणा की हालत पर शुक्रवार शाम दिल्ली में अहम बैठक हुई. बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री,
रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री शामिल हुए. इस बैठक में हरियाणा की स्थिति और उससे निपटने के उपायों पर चर्चा हुई. इसके बाद सबने हरियाणा में शांति बनाए रखने की अपील की.
बेसर हुई सीएम की अपील
जाटों के उग्र हुए आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आर्थिक रूप से पिछड़े जाटों को आरक्षण देने का ऐलान किया था. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से आंदोलन खत्म करने की अपील की. लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई है. रोहतक, जींद, झज्जर, भिवानी, हिसार, कैथल, सोनीपत और पानीपत में सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. वहीं कई प्रभावित ज़िलों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.