
जदयू के राज्यसभा सांसद शरद यादव ने अपने विवादित बयान पर माफी मांगने से इंकार कर दिया है. मंगलवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर शरद यादव ने पार्टी के कार्यक्रम में पैसे और वोट के गठजोड़ पर चिंता जताते हुए बयान दिया था कि लोगों को समझाने की जरूरत है कि देश में वोट की इज्जत बेटी की इज्जत से बढ़कर है.
आज तक से खास बातचीत में शरद यादव ने अपने इस बयान पर कायम रहते हुए कहा कि वह इसके लिए माफी नहीं मांगेंगे. शरद यादव ने कहा कि मैं यह बात पिछले 25 साल से कहता आ रहा हूं. मैंने जिस संदर्भ में यह बात कही थी वह यह है कि चुनावी राजनीति में पैसे का बोलबाला हो गया है और वोटों की खरीद-फरोख्त चल रही है. ऐसे में जरूरत है कि लोग भी है समझे कि वोट की इज्जत बेटी की इज्जत से बढ़कर है. मेरी यह तुलना किसी भी नजरिए से गलत नहीं है.
उन्होंने कहा कि उनका बयान किसी तरीके से महिलाओं को नीचा दिखाने वाला नहीं है. शरद यादव ने कहा कि जिस तरीके से लोग अपनी बेटी को लेकर ईमानदार होते हैं उसी प्रकार से अपने वोट को लेकर भी होना चाहिए.
शरद यादव बोले कि अपने दिए हुए बयान पर माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं उठता, लेकिन उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड डैमेज कंट्रोल मोड में आते हुए शरद यादव के दिए गए बयान को लेकर माफी मांग ली है. जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि शरद यादव के बयान जगह किसी महिलाओं या महिला संगठनों को ठेस पहुंची है तो उसके लिए पार्टी सॉरी कहती है.