
एक फीसदी उत्पाद शुल्क फिर से लगाए जाने के सरकार के कदम के खिलाफ आभूषण निर्माताओं की हड़ताल शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रही. दिल्ली और मुंबई सहित अनेक शहरों में जौहरियों ने इस बाबत अपनी दुकानें बंद रखीं. इसके साथ ही जौहरियों ने सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए अपनी हड़ताल 7 मार्च तक बढ़ाने का फैसला किया है.
जौहरियों ने शुक्रवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की, जिन्होंने इस मामले पर विचार करने का वादा किया. ऑल इंडिया जेम्स एंड जूलरी ट्रेड फेडरेशन (जीजेएफ) के चेयरमैन श्रीधर जीवी ने कहा, 'हमने नई दिल्ली में वित्त मंत्री से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन दिया. उन्होंने हमें ध्यान से सुना और मामले पर विचार करने का आश्वासन दिया.’
उनकी यह हड़ताल आभूषणों पर एक फीसदी उत्पाद शुल्क फिर से लगाए जाने और दो लाख रुपये से अधिक के लेनदेन पर पैन संख्या का उल्लेख अनिवार्य किए जाए के विरोध में है.
देना होगा उत्पाद शुल्क: मंत्रालय
इस बीच वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि 12 करोड़ रुपये से अधिक कारोबार वाले जौहरियों को ही गैर-चांदी वाले आभूषण उत्पादों पर एक फीसदी उत्पाद शुल्क देना होगा. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार जैन ने कहा कि देश के विभिन्न भागों में जौहरियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं.
पीएम मोदी को भी लिखा पत्र
उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने बजटीय प्रस्ताव को वापस लेने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखे. तमिलनाडु और पुडुचेरी के जौहरियों ने अपनी हड़ताल तीन दिन 7 मार्च तक बढ़ाने का फैसला किया है.