
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साल 2016-17 के बजट में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की विशेष मांग को पूरा कर दिया है. दरअसल राहुल ने वित्त मंत्री से ब्रेल पेपर पर टैक्स में रियायत देने की मांग की थी.
उन्होंने इस सिलसिले में वाणिज्य मंत्रालय को लिखे अपने पत्र में कहा था कि दृष्टि बाधित लोगों के इस्तेमाल में आने वाले उपकरणों पर इंपोर्ट ड्यूटी कम की जाए. राहुल ने यह पत्र बंगलुरु के माउंट कार्मेल कॉलेज की एक छात्रा द्वारा इस मसले पर ध्यानाकर्षण कराए जाने के बाद लिखा था.
छात्रा की अपील को बढ़ाया था आगे
चंदना चंद्रशेखर नाम की इस छात्रा ने कार्मेल कॉलेज आए राहुल गांधी से हुई मुलाकात के दौरान एक दृष्टिबाधित कॉमर्स छात्रा होने के चलते हो रही परेशानियों का जिक्र किया था. बाद में उसने राहुल गांधी को ई-मेल के जरिए राहुल को बताया कि कैसे इंपोर्ट ड्यूटी के चलते दृष्टिबाधित लोगों के विकास में दिक्कतें आ रही हैं. उसने लिखा था. 'अगर आप इस समस्या का समाधान कर सकें, और इन अहितकर नियमों को बदलवा सकें तो मैं आपकी आभारी रहूंगी. कस्टम ड्यूटी के इन नियमों के चलते हर दिव्यांग को समस्या होती है.'
राहुल ने बोला जेटली को धन्यवाद
वित्त मंत्री द्वारा ब्रेल पेपर पर टैक्स में रियायत की घोषणा के बाद राहुल ने उन्हें धन्यवाद कहा. राहुल ने ट्वीट किया, 'मैं वित्त मंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने ब्रेल पेपर से इंपोर्ट ड्यूटी हटाने की मेरी मांग को मान लिया.'