
झारखंड में भारतीय जनता पार्टी सत्ता से बाहर हो गई है. इस बार विधानसभा चुनाव में हार की वजहों को लेकर पार्टी में मंथन शुरू हो गई है. दूसरी तरफ, विश्लेषकों को यह आंकड़े भी चौंका रहे हैं कि 2014 के मुकाबले इस बार करीब 2 फीसदी ज्यादा वोट हासिल करने के बाद भी बीजेपी हार गई है और उसे 12 सीटें कम मिली हैं.
जेएमएम गठबंधन को मिली जीत
राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाले गठबंधन ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है. चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चो को 30, कांग्रेस को 16, बीजेपी को 25, जेवीएम को 3, आजसू को 2 और आरजेडी को 1 सीट हासिल हुई है.
पिछले विधानसभा चुनाव में क्या थी हालत
2014 हुए विधानसभा चुनाव के मुकाबले बीजेपी के वोट फीसदी में करीब 2.1 फीसदी की बढ़त हुई है, लेकिन उसकी 12 सीटें कम हो गईं. इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 33.37% वोट मिले हैं. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 31.26% वोट मिले थे.
सात महीने पहले राज्य में 51 फीसदी की जबरदस्त वोट हासिल करने वाली पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव में करीब 33 फीसदी वोटों तक सिमट गई है. पिछले विधानसभा चुनावों में जहां भाजपा ने 37 सीटें जीती थीं, वहीं वह इस बार पार्टी सिर्फ 25 पर सिमट गई.
बीजेपी की सहयोगी रही आजसू पिछली विधानसभा में सिर्फ आठ सीटें लड़कर पांच सीटों पर जीती थी, जबकि इस बार उसने 53 सीटें लड़कर महज दो सीटों पर जीत हासिल की. वहीं दूसरी ओर, झारखंड मुक्ति मोर्चा (मोर्चा) 30 सीटें हासिल कर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.
घट गया जेएमएम का वोट
दूसरी तरफ, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का वोट 1.7 फीसदी घटकर 18.72 फीसदी रह गया, लेकिन उसकी सीटें 2014 के मुकाबले 11 बढ़ गईं. इसी प्रकार कांग्रेस का वोट 3.4 फीसदी बढ़कर 13.9 फीसदी पहुंच गई है और उसकी सीटों में 10 का इजाफा हुआ है.
विधानसभा चुनाव 2019 में मिले वोट और सीटें
पार्टी | वोट (% में) | सीटें |
बीजेपी | 33.37 | 25 |
जेएमएम | 18.72 | 30 |
कांग्रेस | 13.87 | 16 |
आजसू | 8.10 | 2 |
जेवीएम | 5.46 | 3 |
आरजेडी | 2.75 | 1 |
राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास की अहंकारी छवि, जमीन संबंधी कानूनों में संशोधन की कोशिश, बेरोजगारी और पत्थलगड़ी का मसला, मॉब लिंचिंग से बिगड़ती छवि, एनआरसी-सीएए से बना गुस्सा आदि को बीजेपी के जनाधार खिसकने और सत्ता से बाहर जाने की वजह माना जा रहा है.
आम चुनाव 2019 नतीजों के बाद झारखंड तीसरा राज्य है जहां विधानसभा चुनाव हुए. हरियाणा में बीजेपी की किसी तरह वापसी हो गई, लेकिन महाराष्ट्र हाथ से निकल गया. अब झारखंड में पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा है.