Advertisement

झारखंड में IRB की परीक्षा में Hi-Tech नकल करवाने वाला निकला जूनियर इंजीनियर

अबतक मिली जानकारी के मुताबिक एक पैर से दिव्यांग अनूप चार साल से बीएसएनएल में काम कर रहा है. अनूप ने ही इलेक्ट्रॉनिक सामानों की व्यवस्था की थी. वर्तमान में वह कंकड़बाग की लोहियानगर हाउसिंग कॉलोनी में रहता है. आरोपी नानी की मौत का आवेदन देकर छुट्टी पर था.

पकड़े गए आरोपी पकड़े गए आरोपी
अंकुर कुमार/धरमबीर सिन्हा
  • रांची ,
  • 12 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 7:47 PM IST

ब्लूटूथ और हाईटेक बनियान की मदद से रांची में आयोजित आईआरबी की परीक्षा के दूसरे चरण में नक़ल करवाने वाला आरोपी बिहार में जूनियर इंजीनियर पद पर तैनात है. आरोपी अनूप को सात दूसरे लोगों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

आरोपी अनूप को रांची पुलिस पटना लेकर पहुंची तो इस बात का खुलासा हुआ. आरोपी अनूप कुमार उर्फ़ आदित्य कुमार पटना के राजेंद्र नगर एक्सचेंज में जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात है. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से नकल कराने वाली डिवाइस, गंजी समेत कई चीजें बरामद की थी.

Advertisement

अबतक मिली जानकारी के मुताबिक एक पैर से दिव्यांग अनूप चार साल से बीएसएनएल में काम कर रहा है. अनूप ने ही इलेक्ट्रॉनिक सामानों की व्यवस्था की थी. वर्तमान में वह कंकड़बाग की लोहियानगर हाउसिंग कॉलोनी में रहता है. आरोपी नानी की मौत का आवेदन देकर छुट्टी पर था.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अनूप नानी की मौत का आवेदन देकर करीब 15 दिनों से अवकाश पर था. उसके गिरोह में चार लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है. बताया जाता है कि नक़ल के लिए अनूप और उसके गिरोह ने सौ से अधिक परीक्षार्थियों को संपर्क किया था. सबसे परीक्षा पास कराने के एवज में प्रति व्यक्ति तीन लाख रुपये की डील की थी. डील के मुताबिक उसके गिरोह ने सभी प्ररीक्षार्थियों से चालीस-चालीस हजार एडवांस लिए थे. साथ ही उनके मूल प्रमाण-पत्र भी ले लिए थे. इन प्रमाण-पत्रों को पूरा पेमेंट होने के बाद देने की बात थी.

Advertisement

अधिकतर परीक्षार्थी बिहार के

परीक्षा में नक़ल के आरोप में पकड़े गए ज्यादातर परीक्षार्थी बिहार के पटना, नवादा, खगड़िया जिलों के हैं. पुलिस के मुताबिक गिरोह के सदस्य तीन टोलियों में बंटकर काम को अंजाम देते थे. पहली टीम का काम प्रश्नपत्र को बटन कैमरे के जरीये मंगाने का था. दूसरी टीम का काम प्रश्न का सही जवाब ढूंढने का था. वहीं तीसरी टीम की जिम्मेदारी सही उत्तर को ब्लूटूथ के जरिये परीक्षार्थी तक पहुंचाने की थी. पुलिस अब इनके पास से जब्त मोबाइल की जांच में जुटी है. यह पता लगाया जा सके कि इस गिरोह ने अबतक कितनी परिक्षाओं में इस तरह से नक़ल करवाने का काम अंजाम दिया है.

दो पालियों में हुई थी परीक्षा  

इंडिया रिजर्व बटालियन सामान्य आरक्षी प्रतियोगिता परीक्षा बीते रविवार को राज्य के 385 केंद्रों पर हुई थी. दूसरे चरण की परीक्षा में करीब 1.70 लाख परीक्षार्थी शामिल थे. इसे लेकर सभी जिलों में परीक्षा केंद्र बनाये गये थे. अकेले रांची में 67 केंद्रों पर लगभग 40 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए. दो पाली में ली गई इस परीक्षा की प्रथम पाली में सामान्य ज्ञान जबकि दूसरी पाली में भाषा की परीक्षा हुई थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement