
पत्रकार पुष्प शर्मा को जाली आरटीआई के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. आरटीआई में आरोप लगाया गया था कि आयुष मंत्रालय ने योग दिवस के मौके पर किसी भी मुस्लिम को नौकरी देने से इनकार किया. पुष्प को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें दो दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
मिल्ली गजट में छपी रिपोर्ट
पुष्प शर्मा की आरटीआई की रिपोर्ट इस साल 16-31 मार्च के मिल्ली गजट के अंक में प्रकाशित हुई. आरटीआई में सवाल किया गया था कि इस पद के लिए कितने मुसलमानों ने आवेदन किया था और इनमें से कितने लोगों को चुना गया? अपने जवाब में मंत्रालय ने कहा कि सरकार की नीति के मुताबिक किसी भी मुस्लिम आवेदक को इस पद के लिए नहीं चुना गया और न ही बुलाया गया. इस रिपोर्ट से राजनीति में सनसनी पैदा हो गई. जबकि मंत्रालय ने इसका खंडन किया.
खोजी पत्रकार हैं पुष्प शर्मा
इसके बाद पुष्प शर्मा से कोटला मुबारकपुर पुलिस स्टेशन में पूछताछ भी की गई थी. उसके बाद सभी मूल आरटीआई कागजात प्रस्तुत करने के बाद उन्हे छोड़ दिया गया और उन्हें बिना इजाजत के दिल्ली और भारत ना छोड़ने के लिए कहा गया. पुष्प शर्मा वरिष्ठ खोजी पत्रकार हैं. शनिवार को सुबह दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया.
पत्रकार पर लगीं ये धाराएं
पुष्म शर्मा पर आईपीसी की धाराओं 420 (जालसाजी), 469 (किसी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेज को असली के रूप में उपयोग करना), 153a (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कोटला मुबारकपुर पुलिस ने धारा 161 के तहत, समाचार पत्रिका के मुख्य संपादक डॉ जफारुल इस्लाम खान से 11 अप्रैल को पूछताछ की. भारतीय प्रेस परिषद (PCI) ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है.
प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला
मिल्ली गजट के संपादक ने कहा कि पत्रकार के खिलाफ आयुष मंत्रालय की FIR और पीसीआई की स्वत: कार्रवाई प्रेस की स्वतंत्रता का गला घोंटने जैसा है.