
मध्य प्रदेश कांग्रेस में सीनियर नेताओं के सामने बार-बार कार्यकर्ताओं द्वारा हंगामे और दुर्व्यवहार से मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ बेहद नाराज हैं. हाल ही में विदिशा में कांग्रेस के मध्य प्रदेश प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया के कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नारेबाजी की घटना को मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने गंभीरता से लिया है और घटनाक्रम की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया है.
इस जांच समिति में पीसी शर्मा और साजिद अली को शामिल किया गया है. कमलनाथ ने दोनों को मौके पर जाकर घटनाक्रम की पूरी जानकारी लेकर और सभी पक्षों से चर्चा कर रिपोर्ट देने के लिये कहा है. आपको बता दें कि विदिशा दौरे में प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया जब कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे तो उनके साथ मंच पर बैठने के लिए जगह ना मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं में आपस में ही ठन गई.
बावरिया की मौजूदगी की परवाह ना करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए. इस दौरान जमकर अपशब्दों का भी इस्तेमाल हुआ. इस दौरान दीपक बावरिया ने हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं से शांत होने की अपील भी की लेकिन उनकी अपील का कोई असर नहीं हुआ.
बावरिया के दौरों पर बवाल पुराना
ये पहली बार नहीं है जब प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के दौरे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया हो. इससे पहले बीते हफ्ते जब बावरिया रीवा के दौरे पर पहुंचे तो वहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ना केवल हंगामा किया बल्कि बावरिया के साथ कथित रूप से बदसलूकी भी की थी, जिसके बाद ये मामला आलाकमान तक दिल्ली पहुंचा था और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एमपी कांग्रेस के नेताओं की बैठक बुलाई थी. राहुल गांधी की बैठक के बाद कांग्रेस ने बदसलूकी के लिए जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर निकाल दिया था. हालांकि, रीवा की घटना के बाद भी विदिशा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोई सबक नहीं लिया.
बीजेपी ने ली चुटकी
बावरिया के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हंगामे पर बीजेपी ने चुटकी ली है. मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस नेता कार्यकर्ताओं को संभालने में सक्षम नहीं है. दीपक विजयवर्गीय ने कमलनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो पहली बार एसी से निकल कर बाहर आए हैं. विजयवर्गीय ने कहा कि कार्यकर्ता को समझने के लिए उनके साथ चलना पड़ता है, बैठना पड़ता है लेकिन जब अचानक से आकर मनमानी करेंगे तो कार्यकर्ताओं का विश्वास खोना ही पड़ेगा.