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कपिल शर्मा ने पूछा क्या है भगवान का असली कॉन्सेप्ट? श्रीश्री से मिला ये जवाब

रविशंकर ने कहा, लोग कहते हैं कि खुदा नजर नहीं आता. मैं कहता हूं कि खुदा के सिवा कुछ नहीं है. कपिल शर्मा ने रविशंकर से ये भी पूछा कि गुरुदेव वो हमारी बचपन वाली खुशी कहां चली गई?

कपिल शर्मा कपिल शर्मा
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 मई 2020,
  • अपडेटेड 9:15 AM IST

कॉमेडी किंग कपिल शर्मा गुरुवार को ट्विटर पर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के साथ लाइव थे. हार्ट टु हार्ट नाम के इस लाइव सेशन में कपिल शर्मा ने कई गंभीर और मजेदार सवाल पूछे. हंसी के ठहाके लगे तो ज्ञानवर्धन बातें भी हुईं. सवालों के इसी क्रम में कपिल शर्मा ने रविशंकर ने पूछा कि भगवान का असली कॉन्सेप्ट क्या है. दरअसल कपिल शर्मा ये पूछना चाहते थे कि भगवान सही मायने में क्या है?

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कपिल शर्मा ने रविशंकर से पूछा कि कोई कहता है मंदिर में जाकर पूजा करनी चाहिए. कोई कहता है मस्जिद जाओ. कोई कहता है कि गुरुद्वारे-चर्च जाओ और कोई कहता है कि प्रकृति ही ईश्वर है. सही मायने में कौन ईश्वर है? ईश्वर क्या है और उसका सही कॉन्सेप्ट क्या है? कपिल की जिज्ञासा शांत करते हुए रविशंकर ने कहा, "ईश्वर प्रेम है और वो तुम्हारे दिल में बसा हुआ है. पूरी प्रकृति में ईश्वर ही है."

रविशंकर ने कहा, "लोग कहते हैं कि खुदा नजर नहीं आता. मैं कहता हूं कि खुदा के सिवा कुछ नहीं है." कपिल शर्मा ने रविशंकर से ये भी पूछा कि गुरुदेव वो हमारी बचपन वाली खुशी कहां चली गई? कपिल ने अपने बचपन का वक्त याद करते हुए कहा कि उनके पिता हेड कॉस्टेबल थे और वो अपने परिवार के साथ सरकारी क्वार्टर में रहा करते थे. कपिल ने बताया कि उनकी कॉलोनी में एक चाट बेचने वाला आया करता था जो तवे पर अपने चमचे से बजा कर शोर किया करता था. ये आवाज सुनकर सभी बच्चे चाट खाने पहुंच जाते थे. कपिल ने पूछा कि वो जो 2 रुपये वाली चाट की खुशी थी वो अब महंगी गाड़ियों में भी नहीं मिलती.

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कहां गई वो खुशी

कपिल ने रविशंकर से कहा, "वो खुशी कहां चली गई गुरुदेव?" जवाब में रविशंकर ने कहा कि खुशी ना 2 रुपये की चाट में है और ना 2 करोड़ की गाड़ी में. खुशी तुम में है. रविशंकर ने कपिल को बताया कि लेने पर जो खुशी मिलती है वो सीमित है. मगर देने पर जो खुशी मिलती है वो असीमित है. तुम्हें जो खुशी चाहिए वो तुम्हारे ही भीतर है.

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