
कर्नाटक चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही राजनीतिक दलों की तरफ से वोटरों को लुभाने की कोशिश तेज हो गई है. इस बीच कर्नाटक में आज दो बड़े दिग्गज आमने-सामने हैं. भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी आज कर्नाटक दौरे पर हैं.
कर्नाटक के शिमोगा में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. राहुल बोले कि SC/ST एक्ट में इतना बड़ा बदलाव हो गया है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से एक भी बयान नहीं आया है.
आपको बता दें कि ये राहुल की कर्नाटक यात्रा का 5वां चरण है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सबसे पहले शिमोगा पहुंचे, यहां उन्होंने रोड शो किया. रोड शो में काफी भीड़ उमड़ी. यहां एक रैली में राहुल ने कहा कि 4 साल पहले नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने, उन्होंने काफी वादे किए थे. उस दौरान उन्होंने नौकरी, किसानों को राहत और हर भारतीय के खाते में 15 लाख रुपए भेजने का वादा किया था. राहुल ने कहा कि देश में सरकार के प्रति दलितों का गुस्सा लगातार बढ़ रहा है.
राहुल ने कहा कि मोदी जी कर्नाटक में आकर भ्रष्टाचार की बात करते हैं, लेकिन उनके साथ स्टेज पर येदियुरप्पा जैसे नेता खड़े रहते हैं. दूसरी ओर उनके साथ 4 मंत्री खड़े रहते हैं, जो जेल में रह चुके हैं. प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार खत्म करने की बात करते हैं, लेकिन उनके साथ ही भ्रष्टाचारी लोग रहते हैं. राहुल ने इस दौरान अमित शाह के बेटे जय शाह, राफेल डील के मुद्दे को लेकर भी मोदी सरकार पर हमला बोला.
राहुल के अलावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी आज कर्नाटक में ही हैं. BJP अध्यक्ष अमित शाह आज हवेरी जिले के कागीनेली इलाके में जाएंगे, यहां वे एक ओबीसी रैली को संबोधित करेंगे. इसके अलावा शाह शिवयोगी मंडी भी जाएंगे, जो कि वीरशैव लिंगायत समुदाय का पवित्र स्थान है. इस दौरान शाह करीब 250 वीरशैव लिंगायत लोगों से मुलाकात करेंगे. आपको बता दें कि राज्य में कुल 17 फीसदी लिंगायत समुदाय में से 3 फीसदी लोग वीरशैव लिंगायत समुदाय से हैं.
मालूम हो कि 225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के लिए 224 सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा. 1 सीट पर एंग्लो-इंडियन समुदाय के सदस्य को मनोनित किया जाता है. कर्नाटक में 12 मई को वोट डाले जाएंगे और 15 मई को वोटों की गिनती होगी. चुनाव आयोग के मुताबिक 17 अप्रैल से 24 अप्रैल तक नामांकन भरे जाएंगे. इसके बाद 25 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जिसके बाद 27 अप्रैल तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे.