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कर्नाटक के बल्लेबाज करुण कलाधरन नायर ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर रणजी ट्रॉफी फाइनल मुकाबले का रिकॉर्ड बुक बदल कर रख दिया है. नायर मंगलवार को रणजी ट्रॉफी फाइनल में तिहरा शतक लगाने वाले दूसरे क्रिकेटर बने थे. बुधवार को उन्होंने रणजी ट्रॉफी के फाइनल में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया. 68 साल पहले छोटे कद के बांए हाथ के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज गुल मोहम्मद ने फाइनल में 319 रन बनाए थे जो 328 रनों के साथ अब नायर के नाम हो गया. आपके बता दें कि रणजी ट्रॉफी फाइनल में इस दो मौकों के अलावा कभी तिहरा शतक नहीं लगा है.
करुण नायर के 328 रनों की बदौलत वर्तमान चैम्पियन कर्नाटक ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ 762 रन बनाकर शिकंजा कस दिया है. कर्नाटक की कुल बढ़त 628 रनों की हो गई.
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना पहला तिहरा शतक जड़ने वाले नायर ने अपने तीन दिनों की मैराथन पारी में 46 चौके और एक छक्का लगाया. पहले उन्होंने कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी फाइनल में सर्वोच्च पारी का गुंडप्पा विश्वनाथ का 1977-78 में बनाया 247 रन का रिकार्ड तोड़ा. फिर मालोलन रंगराजन की गेंद पर रिवर्स स्वीप की मदद से चौका लगाकर अपना तिहरा शतक पूरा किया और रणजी ट्रॉफी फाइनल में तिहरा शतक जड़ने वाले केवल दूसरे बल्लेबाज बने. इसके बाद वो रणजी फाइनल में सर्वोच्च स्कोर के गुल मोहम्मद के 319 रन के रिकार्ड को भी तोड़ डाला. गुल मोहम्मद ने 1946-47 में होल्कर के खिलाफ बड़ौदा के लिए यह पारी खेली थी.
2014-15 सत्र में तीसरा तिहरा शतक
रणजी के इस सत्र में लगा यह तीसरा तिहरा शतक है. नायर से पहले उनके साथी बल्लेबाज के एल राहुल 337 रनों की पारी खेल चुके हैं जो किसी भी कर्नाटक के बल्लेबाज का रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक वयक्तिगत स्कोर भी है. इन दोनों के अलावा आंध्र प्रदेश के के. एस. भारत (308) भी तिहरा शतक लगा चुके हैं.
इस सीजन में खेले गए 10 मैचों में नायर अब तक 54.14 की औसत के साथ 758 रन बना चुके हैं. सर्वाधिक रनों के मामले में अब वो 9वें नंबर पर आ गए हैं. इस लिस्ट में 912 रनों के साथ टॉप पर नायर के साथी बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा हैं. जबकि विपक्षी तमिलनाडु के अभिनव मुकंद 845 रनों के साथ दूसरे और तीसरे पर कर्नाटक के ही के एल राहुल (838 रन) हैं.
रणजी ट्रॉफी के फाइनल में टॉप-5 प्रदर्शन
328 करुण नायर (कर्नाटर vs तमिलनाडु, 2014-15)
319 गुल मोहम्मद (बड़ौदा vs होल्कर 1946-47)
288 विजय हजारे (बड़ौदा vs होल्कर, 1946-47)
278 विजय मर्चेंट (बॉम्बे vs होल्कर, 1944-45)
265 अशोक मांकड़ (बॉम्बे vs दिल्ली, 1980-81)
छठे विकेट की साझेदारी का रिकॉर्ड भी बना
छठे विकेट के लिए करुण नायर और के एल राहुल ने 386 रन जोड़े. यह भी रणजी ट्रॉफी फाइनल का एक रिकॉर्ड है. इन दोनों ने 1977-78 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ दिल्ली के बल्लेबाजों मोहिंदर अमरनाथ और सुरेंद्र खन्ना के 256 रनों का रिकॉर्ड तोड़ा. हालांकि रणजी ट्रॉफी के ओवरऑल छठे विकेट के पार्टनरशिप के रिकॉर्ड को तोड़ने में ये दोनों नाकाम रहे. यह आज भी रिद्धिमान साहा और लक्ष्मी रतन शुक्ला के नाम पर ही अंकित है, इन्होंने 2010-11 सत्र में बंगाल के लिए खेलते हुए असम के खिलाफ छठे विकेट के लिए 417 रनों की साझेदारी की थी.