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डीएमके प्रमुख करुणानिधि ने शुक्रवार को एमडीएमके प्रमुख वाइको को उनके इस आरोप पर दीवानी और फौजदारी मानहानि की कार्यवाही की चेतावनी दी और कानूनी नोटिस भेजा जिसमें उन्होंने कहा था कि डीएमके ने चुनावी गठबंधन के लिए डीएमडीके को धन की पेशकश की थी.
आरोप वापस लेने की मांग
वकील आर धेवी ने वाइको को भेजे नोटिस में कहा है कि अपने मुवक्किल एम करुणानिधि की ओर से हम आपसे हमारे मुवक्किल के खिलाफ लगाए गए झूठे आरोप वापस लेने और खेद प्रकट करने की मांग करते हैं. धेवी ने कहा कि मानहानि संबंधी बयान को लेकर वाइको सात दिनों के अंदर अपना आरोप वापस लें और माफी मांगें. वरना हमारे मुवक्किल मानहानि को लेकर आपके खिलाफ उपयुक्त दीवानी और फौजदारी कार्यवाही शुरू करने के लिए बाध्य होंगे.
वाइको कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार
नोटिस पर वाइको ने कहा कि वे अदालत में इसका कानूनी रूप से सामना करेंगे. उससे पहले वाइको ने दावा किया था कि डीएमके ने विजयकांत को गठबंधन से जुड़ने के लिए 80 विधानसभा
सीटें और 500 करोड़ रुपये की पेशकश की थी जबकि बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा सदस्य और केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक मंत्री पद की पेशकश की.